नवीन चौहान. कल्कि भगवान की अवतरण स्थली कही जाने वाले कल्कि धाम में भव्य मंदिर का शिलान्यास 19 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से होने जा रहा है। कल्कि धाम शिलान्यास समारोह में भारत के प्रबुद्ध संतगणों की मौजूदगी रहेगी। कार्यक्रम को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है।
19 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम शिलान्यास समारोह का आयोजन होगा। इस भव्य समारोह में हरिद्वार के संतों को आमंत्रित करने के लिए कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम 3 फरवरी 2024 की देर शाम करीब सात बजे हरिद्वार पहुंचे और शीर्ष संतों से मुलाकात की और शिलान्यास कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कनखल स्थित हरिहर आश्रम पहुंचकर सबसे पहले आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी से मुलाकात की और आमंत्रण पत्र दिया।
इसके बाद जगदगुरू शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया तथा आमंत्ररण पत्र दिया। तदुपरांत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद पुरी जी महाराज से मुलाकात की और कल्कि पीठ के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। उनके बाद बाबा हठयोगी से मिले और आमंत्ररण पत्र दिया। इस दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम जी के बेहद करीबी आचार्य सुधांशु जी साथ रहे।
बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम के हृदय में परिवर्तन साफ नजर आ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिव्य शक्ति रूवरूप बताया तथा सनातन धर्म का ध्वज वाहक बताया। हालांकि उन्होंने भाजपा में जाने को लेकर खुलकर तो कुछ नही बोला, लेकिन उन्होंने राजनैतिक संभावनाओं से इंकार भी नहीं किया। उनके बातचीत के अंदाज से साफ पता चलता है कि उनका कांग्रेस से मोह भंग हो चुका है। कांग्रेस के राम मंदिर आमंत्ररण के विरोध के बाद से वह पूरी तरह से कांग्रेस से किनारा कर चुके है। ऐसे में कल्कि धाम शिलान्यास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन और देश के शीर्ष संतों की उपस्थिति में वह पूरी तरह से भाजपामय हो जाना प्रतीत पड़ रहा है।
हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम जी ने कहा कि राम मंदिर और कल्कि धाम शिलान्यास कार्यक्रम को राजनैतिक दृष्टिकोण से देखना ठीक नही है। यह सनातन का युग है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन के ध्वजवाहक है। राम मंदिर के सभी कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किए है। उसी तरह से कल्कि धाम के सभी कार्य वह करें, यही मेरी भावना है। भाजपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। उन्होंने इस बारे में कोई निर्णय अभी नही किया है।