करोड़ों लेकर फरार हुए किट्टी पार्टी के दं​पत्ति मुखिया को 12 साल बाद पुलिस ने दबोचा, हरिद्वार में भी हुआ था बड़ा प्रकरण




नवीन चौहान
किट्टी पार्टी के दंपत्ति मुखिया को पुलिस ने 12 साल गिरफ्तार किया है। आरोपी दंपत्ति सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये को लेकर फरार हो गए थे। वे पहले मुंबई में रहे और फिर नोएडा में आकर रहने लगे। उन पर 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित था। ये मामला देहरादून का है। लेकिन हरिद्वार में भी करोड़ों की ठगी करने वाले लोग आज भी बेहतरीन जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
देहरादून के एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर मुकदमों में वां​छित चल रहे बदमाशों को गिरफतार करने के सख्त निर्देश दिए हुए हैं। उसी को अमल में लाते हुए थाना डालनवाला पर पंजीकृत धोखाधड़ी के अभियोग में वर्ष 2008 से फरार चल रहे ईनामी दम्पत्ति संजीव बस्सी व उसकी पत्नी नवीता बस्सी की गिरफतारी के लिए प्रयास तेज किए। जिसमें सामने आया कि ईनामी दम्पत्ति का पुत्र पूर्व में देहरादून के एक स्कूल में अध्यनरत था। जिस पर पुलिस टीम ने संस्थान से फरार दंपित्त के पुत्र से सम्बन्धित विवरण व अन्य दस्तावेजों प्राप्त किए गए। उसके दस्तावेजों से मफरुर के पुत्र के मोबाईल नम्बर मिला। मोबाईल नम्बर की काल डिटेल निकालने पर पुलिस टीम को फरार दंपत्ति के मोबाईल नम्बर की जानकारी मिल गई। उन मोबाईल नम्बरों की लोकेशन मुम्बई, गुजरात, राजस्थान, नोयडा आदि जगहों पर मिली। थाना डालनवाला से उप निरीक्षक अरूण असवाल के नेतृत्व में एक एडवांस टीम को नोएडा, दिल्ली रवाना किया गया। टीम ने सक्रियता दिखाते हुए 22 दिसंबर को फरार चल रहे दंपत्ति को गोर सिटी नोएडा से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में ये कबूला मामला
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वर्ष 2006 में राजपुर रोड अजन्ता होटल के पास ज्वैलरी की दुकान खोली थी, करीब दो वर्ष तक ज्वैलरी का काम करने पर हमने अन्य ज्वैलर्स को देखकर किट्टी कमेटी का कार्य शुरू किया तथा किट्टी पार्टी का आयोजन करने लगे थे। हमारी किट्टी कमेटी में करीब 600 लोग जुड़े थे। किट्टी के कार्य में धीरे-धीरे हमारे पास लोगो के करीब 60-70 लाख रूपये जमा हो गये थे, और सभी लोग हमसे पैसे वापस देने का दबाव बनाने लगे थे, तो हम लोग सारा पैसा लेकर पूरे परिवार सहित सूरत गुजरात में फरार हो गये थे। हमें किसी माध्यम से पता लगा कि वर्ष 2008 में किट्टी कमेटी की सदस्य सुधा पटवाल द्वारा हमारे खिलाफ थाना डालनवाला मे धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। तब से हम अपनी पहचान छिपाकर पहले सूरत गुजरात में, उसके बाद वर्ष 2014 से मुम्बई में तथा अब करीब एक माह से गोर सिटी, नोयडा में रह रहे थे।
इन्होंने दर्ज कराया था मुकदमा
आरोपी दंपत्ति के विरुद्ध थाना डालनवाला पर वादिनी सुधा पटवाल पत्नी देवराज पटवाल, निवासी इन्दिरानगर देहरादून ने लाखों रुपये की नगदी लेकर फरार होने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा 7 अप्रैल—-2008 को दर्ज किया था। फरार होने पर दंपत्ति पर एसएसपी ने 2500-2500 रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। किन्तु अभियुक्त गणो के लगातार फरार होने के कारण दोबारा से 25 जनवरी—2020 को ईनाम की राशि 2500 रुपये से बढ़ाकर 10-10 हजार रूपये की गयी थी। पुलिस द्वारा अभियुक्तो के घटना के बाद अर्जित की गयी सम्पति की भी जांच की जा रही है।

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पुलिस टीम पर बरसा ईनाम
अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने 2500 रुपये तथा डीआईजी ने 5000 रुपये के पुरुस्कार से पुरुस्कृत किये जाने की घोषणा की।
ये हैं पकड़े गए दंपत्ति
— संजीव बस्सी पुत्र सुरजीत सिंह बस्ती निवासी 33 आदर्श नगर, किशननगर चौक, थाना कैन्ट देहरादून।
— नविता बस्ती पत्नी संजीव बस्सी निवासी उपरोक्त।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
एसपी सिटी श्वेता चौबे, पुलिस उपाधीक्षक डालनवाला विवेक कुमार, प्रभारी निरीक्षक मनी भूषण श्रीवास्तव, निरीक्षक देवेन्द्र सिंह रावत थाना डालनवाला, एसएसआई दीपक धारीवाल, उप निरीक्षक अरूण असवाल, कांस्टेबल सोहन बडोनी, सौरभ वालिया, कमलेश सजवाण, सोहन सिंह, (हमराह एसपी सिटी), रूमा के अलावा एसओजीटीम में प्रभारी निरीक्षक एश्वर्यपाल, कांस्टेबल प्रमोद का सहयोग रहा।

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