योगेश शर्मा.
स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में जानसठ सीएचसी में एक शव को रात में जानवरों द्वारा नोंच लिए जाने की घटना सामने आयी है। सुबह परिजनों ने शव देखा तो उन्होंने हंगामा कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात में मीरापुर बीआईटी के पास हादसे में चार युवक घायल हुए थे। पुलिस ने घायलों को जानसठ सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने लोकेश (23) पुत्र कन्हैया लाल निवासी द्वारकापुरी दिल्ली को मृत घोषित कर दिया था। रात में लोकेश का शव जानसठ सीएचसी के एक कमरे में रख दिया गया। सुबह जब परिजन पहुंचे तो उन्होंने देखा की शव के चेहरे को जानवरों ने नोंच खाया है। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया।
हंगामे की सूचना मिलने पर सीओ अंडर ट्रेनिंग रवि शंकर, थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह मौके पर पहुंचे और किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जानसठ सीओ रवि शंकर के मुताबिक रात के समय अस्पताल का कर्मचारी मृतक के शव पास मौजूद था, लेकिन वह देर रात चाय पीने के लिए बाहर चला गया था। इसी बीच कोई जानवर मृतक का शव नोंच गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस का भी कोई आदमी वहां मौजूद नहीं रहा। सुबह चार बजे तक मृतक का शव ठीक था। शुक्रवार सुबह पता लगा कि मृतक के शव को कोई जानवर नोंच गया है।