मां गंगा में स्नान करने से दूर होती है बीमारी, कोविड का भी होगा खात्मा: महामंडलेश्वर विमल गिरी: वीडियो




नवीन चौहान.
कुंभ 2021 के तीसरे शाही स्नान के लिए अखाड़ों की पेशवाई निकली शुरू हो गई है। जूना अखाड़ा की पेशवाई अपने ​निर्धारित समय से अखाड़े से ​स्नान के लिए निकली। इस दौरान अखाड़े के महामंडलेश्वर विमल गिरी जी महाराज ने न्यूज 127 से खास बातचीत में कुंभ महोत्सव के महत्व को बताया।


महामंडलेश्वर विमल गिरी जी महाराज ने बताया कि कुंभ हमारी आस्था ही नहीं सनातन संस्कृति का प्रतीक है। सनातन परंपरा दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृति है। हमारी संस्कृति में कुंभ का विशेष स्थान है। कुंभ स्नान से पुण्य की प्राप्ति होती है। वैज्ञानिकों ने भी अपने रिसर्च में गंगा स्नान की महत्वता को माना है। वैज्ञानिक भी इस बात को मान चुके हैं कि हरिद्वार में मां गंगा में स्नान करने से कई प्रकार के बैकटीरिया समाप्त होते हैं। सर्दी जुकाम जैसी बीमारी यहां स्नान करने से नहीं होती। यहां का मौसम इस तरह का है, यहां मां गंगा में जो जल है वह कई औषधियों से युक्त है। इसीलिए वैज्ञानिक आधार से भी यहां गंगा स्नान महत्वकारी है। शास्त्रों में भी गंगा के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दी गई है।
महामंडलेश्वर विमल गिरी जी महाराज ने बताया कि कोविड पर आस्था भारी दिख रही है। सभी श्रद्धालु कुंभ स्नान का पुण्य अर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सबसे पुरातन संस्कृति है। उन्होंने कहा कि मां गंगा सभी का कल्याण करती है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आगे भी चलती रहेगी।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *