- प्रातः 6 बजे कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के साथ भ्रमण पर निकली
- पर्यावरण को देख कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की प्रशंसा
मेरठ। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल सोमवार को प्रातः 6:00 कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के साथ चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के भ्रमण पर पैदल ही निकल पड़ी। सबसे पहले वह चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंची, उसके बाद वह पैदल चलते हुए मंदिर पहुंची। मंदिर में दर्शन करने के पश्चात वह तपोवन पहुंची।
कुलाधिपति तपोवन देखने के बाद खेल मैदान पहुंची, वहां से वह डिग्गी की ओर जाने वाले रास्ते की ओर से हॉस्टलों की ओर गई और उन्हें देखा, उसके पश्चात वह वापस अतिथि गृह पहुंची। इस दौरान उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पर्यावरण को देख प्रशंसा की और कहा कि यह अच्छी बात है कि विश्वविद्यालय ने प्रत्येक पेड़ पर बारकोडिंग व उसके वैज्ञानिक नाम को भी लिख रखा है, इससे लोगों की जानकारी तो बढ़ेगी ही साथ ही कौन सा पेड़ किस चीज का है उसका नाम क्या है तथा उसका वैज्ञानिक नाम क्या है यह पता चलेगा।
भ्रमण के दौरान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कुलाधिपति को बताया कि विश्वविद्यालय का 80% भूभाग में ग्रीनरी है। बताया कि विश्वविद्यालय में छात्रों के 6 तथा छात्राओं के दो छात्रावास है। सभी छात्रावासों के कमरे के बाहर एक एक पौधा लगा हुआ है। यह पौधे छात्रों के द्वारा ही खरीदे गए हैं तथा उन गमलों पर छात्रों ने अपना नाम लिख रखा है, उसकी देखभाल भी छात्र छात्राओं के द्वारा ही की जाती है।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल को बताया कि पर्यावरण के संरक्षण को लेकर विश्वविद्यालय में समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। पॉलिथीन बैन को लेकर भी विश्वविद्यालय में हर वर्ष अभियान चलाया जाता है। यह सभी अभियान छात्र में छात्राओं के द्वारा ही किए जाते हैं। विश्वविद्यालय में एक ईको क्लब भी बना हुआ है, जिनके द्वारा लोगों को पॉलिथीन का कम से कम उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाता है।