साइबर सैल ने ठगों से करायी 33 लाख रूपये की धनराशि वापस




नवीन चौहान.
साइबर ठगों के जाल में फंसे लोगों के पैसों को वापस कराने में साइबर सैल की टीम ने महत्वपूर्ण कार्य किया है। साइबर सैल ने पिछले 100 दिनो में साईबर ठगो से लगभग 33 लाख की धनराशि करायी वापस कराकर पीड़ितों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम किया है। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार की गई कार्रवाई—

1- दिल्ली निवासी व्यक्ति से में ticket बुक कराने के नाम पर हुई  01,20,000/- (एक लाख बीस हजार) रुपये की ठगी के मामले में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून से कानि0 पवन कुमार तत्काल कार्यवाही करते हुये जानकारी प्राप्त की गयी तो सम्बन्धित कम्पनी  make my trip एवं यूपीआई से सम्पर्क स्थापित करते हुये करीब 75000 (पिछत्तर हजार) रुपये वापस करवाये गए हैं। शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस कार्यवाही की प्रशंसा की गयी । 

2- राजेन्द्र नगर देहरादून निवासी एक 75 वर्षीय बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा इन्डिगो एयरलाइन्स मे बुंकिग हेतु सम्पर्क किया गया तो एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे मोबाइल फोन के माध्यम से अवगत कराया गया कि आपके बी0एस0एन0एल नम्बर की के0वाई0सी0 अपडेट न होने के कारण उक्त बुंकिग नही की जा सकती है । व उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता से के0वाई0सी0 अपडेट कराने की बात कहकर उनके मोबाइल नम्बर पर ओटीपी भेजा गया व शिकायतकर्ता को झांसे में लेकर उक्त ओटीपी प्राप्त कर उनके बैक खाते से रुपये 2,75,922 (दो लाख पिचहत्त हजार नौ सौ बाइस) की धनराशि धोखाधडी से निकाल ली गयी । प्रकरण में थाना साईबर क्राईम से कानि. पवन कुमार द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये जानकारी प्राप्त की गयी तो अज्ञात द्वारा शिकायतकर्ता की धनराशि विभिन्न ई-वालेट गेटवे (रोजर-पे,अमेजोन,एटरटेल मनी,फ्लिपकार्ट) में जानी पायी गयी जिस पर कान. द्वारा उक्त ई-वालेट गेटवे के नोडल से पत्राचार करते हुये शिकायतकर्ता की सम्पूर्ण धनराशि रुपये 2,75,922 (दो लाख पिचहत्तर हजार नौ सौ बाइस रुपये) वालेट में फ्रीज कराते हुये शिकायतकर्ता के बैक खाते में वापस कराये गये । 75 वर्षीय बुजुर्ग द्वारा पुलिस कार्यवाही की प्रशंसा की गयी ।

3- इन्द्रानगर थाना बंसत बिहार जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हे एक मोटर बाइक की आवश्यकता थी जिसके लिये उनके द्वारा  OLX पर एक मोटर साइकिल का विज्ञापन देखा गया ,जिस पर उनके द्वारा विज्ञापन पर अंकित मोबाइल नम्बर से सम्पर्क किया गया तो मोबाइल नम्बर वाले व्यक्ति द्वारा उक्त मोटर साइकिल को अपना बताते हुये स्वंय को भारतीय सेना में कार्यरत होने की बात कहकर शिकायतकर्ता से मोटर साइकिल का मूल्य 72,000/- (बहत्तर हज़ार) तय करते हुये उक्त धनराशि को धोखाधडी से शिकायतकर्ता से प्राप्त कर ठगी की गयी । उक्त प्रार्थना पत्र की जांच थाना साईबर क्राईम से उपनिरीक्षक कुलदीप टम्टा द्वारा की गयी तथा प्रकरण में कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की धनराशि अज्ञात द्वारा जिस ई-वालेट के माध्यम से प्राप्त की गयी थी उक्त ई-वालेट से तत्काल पत्राचार करते हुये शिकायतकर्ता की सम्पूर्ण धनराशि 72000/- रुपये फ्रीज कराते हुये शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गयी । शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस कार्यवाही की प्रशंसा की गयी ।
4- विजयपार्क थाना कोतवाली जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति के द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया उन्हे रात्रि 10 बजे मैसेज प्राप्त हुये जिसमें किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके क्रेडिट कार्ड से 03 बार मे कुल 94,802/- (चौरानब्बे हजार आठ सौ दो) रुपये की निकासी कर ली गयी । उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक प्रतिभा के द्वारा की गयी तथा शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के आधार पर तत्काल सम्बन्धित ई-वॉलेट मर्चेन्ट/ बैंक से उक्त निकासी को रोकने तथा धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में वापस करने हेतु पत्राचार किया गया । शिकायतकर्ता द्वारा अवगत कराया गया कि उनकी सम्पूर्ण धनराशि  रुपये 94,802/- (चौरानवें हजार आठ सौ दो) उनके खाते में वापस हो गयी तथा उनके द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून की कार्यवाही से संतुष्ट होकर आभार प्रकट किया गया ।

5- कांवली रोड थाना कोतवाली जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा एयर टिकट बुक किया गया था जिसे कैंसिल करने हेतु उनके द्वारा उक्त कम्पनी के फेसबुक एकाउन्ट से कस्टमर केयर नम्बर तलाशा गया। उक्त नम्बर पर सम्पर्क किया गया तथा उनके द्वारा टिकट कैंसल करने की प्रक्रिया के दौरान उनका क्रेडिट कार्ड की डिटेल एवं ओ0टी0पी0 प्राप्त कर धोखाधडी से उनके खाते से रुपये 69995/- (उन्हत्तर हजार नौ सौ पिचानवें) की धनराशि की निकासी कर ली गयी । उक्त प्रार्थना पत्र पर थाना साईबर क्राईम से कानि0 पवन कुमार द्वारा त्वरित कार्यवाही हेतु सम्बन्धित ई-वालेट गेटवे से पत्राचार किया गया तथा शिकायतकर्ता के 59,997/- (उनसठ हजार नौ सौ सतानवे। रुपये) की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गयी।

6–  जनपद टिहरी गढवाल निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमे उनके द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति द्वारा स्वंय को उनका परिचित बताते हुये उनके रिश्तेदारो के सम्बन्ध में पूछताछ की गयी व मदद के नाम पर पैसे की मांग की गयी तो शिकायतकर्ता द्वारा उक्त को परिचित समझते हुये उसके द्वारा भेजे गये लिंक पर क्लिक कर दिया गया जिस पर उक्त व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता के खाते से रुपये 90000/- धोखाधडी से निकाल लिये गये उक्त शिकायत पर थाना साईबर क्राईम से कानि पवन कुमार द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की धनराशि जिन ई-वालेट में जानी पायी गयी उक्त को तत्काल फ्रिज कराते हुये शिकायतकर्ता की सम्पूर्ण धनराशि 90,000/ (नब्बे हज़ार) वापस करायी गयी । शिकायतकर्ता द्वारा थाना पुलिस का अभार व्यक्त करते हुये प्रसन्नता जाहिर की गयी।

7- रूद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊँ परिक्षेत्र उत्तराखण्ड को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया था। जिसमें उनके द्वारा बताया गयाकि अज्ञात कॉलर द्वारा स्वयं को उनका परिचित बताकर धनराशि उनके अकाउंट में भेजने की बात कही गयी जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा उक्त को अपना परिचित समझकर 64,000/- रूपये उनके खाते में स्थानान्तरित कर दी गयी । जिस पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाऊँ परिक्षेत्र के उप निरीक्षक विनोद जोशी व कानि0 रवि बोरा द्वारा रुचिपूर्वक त्वरित कार्यवाही करते हुये सम्बंधित मर्चेंट/गेटवे/बैंक से पत्राचार व समन्वय स्थापित कर 60,000/- रूपये शिकायतकर्ता के खाते में वापस कराये गये। जिसके उपरांत शिकायतकर्ता द्वारा प्रसन्नता व्यक्त करते हुए साइबर थाना पुलिस कुमाऊँ परिक्षेत्र का आभार प्रकट किया गया।
8- जनपद देहरादून निवासी महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनको अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर उनके द्वारा की गयी ऑनलाईन शॉपिंग की धनराशि वापस कराने की बात कही गयी जिस पर विश्वास करते हुये शिकायतकर्ता द्वारा उक्त व्यक्ति को अपने डेबिट कार्ड सम्बन्धी गोपनीय जानकारी तथा ओ0टी0पी0 प्रदान कर दिया गया जिस पर उनके खाते से रु0 69000/- की निकासी हो गयी । उक्त प्रार्थना पत्र से साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून के कानि0 मनोज बेनीवाल द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित गेटवे से पत्राचार/समन्वय स्थापित कर साईबर अपराधी द्वारा की गयी शॉपिंग को निरस्त कराते हुये धनराशि रुपये 59,999/- शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गयी। संदिग्ध के सम्बन्ध मे जानकारी की जा रही है । 
9- रूद्रपुर, उधम सिंह नगर निवासी व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊँ परिक्षेत्र उत्तराखण्ड को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया था, जिसमें उन्हे एक अज्ञात नम्बर से कॉल आया जिसने उन्हे अपना परिचित बताते हुये उनका खुद का खाता किन्ही कारणो से काम न करना बताया गया तथा धनराशि उनके खाते में ट्रान्सफर करने को कहा गया जिसे बाद मे उनसे प्राप्त करने की बात कही गयी । उक्त अज्ञात कॉलर को अपना परिचित समझकर शिकायतकर्ता द्वारा रुपये 25500/-  की भेजी गयी रिक्वेस्ट को स्वीकार किया गया, अज्ञात कॉलर/साईबर अपराधी की बातो के झांसे में आकर बार-बार भेजी गयी रिक्वेस्ट को स्वीकार करने के कारण शिकायतकर्ता के खाते से कुल 88,000/- रुपये  निकल गये । प्रकरण की जांच श्री ललित मोहन जोशी, प्रभारी निरीक्षक साईबर क्राईम कुमाऊँ परिक्षेत्र द्वारा की गयी व प्रकरण में आरक्षी मुहम्मद उस्मान द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित मर्चेन्ट Razorpay से पत्राचार कर ठगी में प्रयुक्त खाते को फ्रीज कराते हुये साईबर अपराधियों द्वारा ठगी गयी धनराशि मे से रुपये 69000/- शिकायतकर्ता के खाते में वापस कराये गये। जानकारी प्राप्त की गयी तो उक्त Razorpay खाता मथुरा उ0प्र0 का होना पाया गया तथा मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर असम का होना पाया गया । शिकायतकर्ता द्वारा प्रसन्नता व्यक्त करते हुए साइबर थाना पुलिस का आभार प्रकट किया गया। 

10 -जनपद देहरादून निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमे उनके द्वारा बताया गया कि उनको एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर उनको झांसा देकर धोखाधडी से क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त कर भेजे गये OTP बताने हेतु कहा गया। शिकायतकर्ता द्वारा साईबर अपराध झांसे में आकर उन्हे क्रेडिट कार्ड नम्बर एवं OTP बता दिया गया, जिस कारण उनके खाते से 1,61,999/- रुपये की धनराशि साईबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी से निकाल ली गयी । उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक राजीव सेमवाल एवं कानि0 मौ0उस्मान द्वारा शिकायतकर्ता से उपलब्ध दस्तावेजो के आधार पर जानकारी प्राप्त करते हुये तत्काल सम्बन्धित नोडल अधिकारियों से कार्यवाही हेतु सम्पर्क किया गया । जिसमें सम्बन्धित गेटवे जिसमें साईबर अपराधियों द्वारा शिकायतकर्ता की धनराशि प्राप्त की गयी थी , उक्त गेटवे से शिकायतकर्ता की सम्पूर्ण धनराशि रू0 1,61,999/- रिफण्ड कराये गये है । संदिग्ध व्यक्ति /लाभार्थी खाता धारक के समस्त विवरण प्राप्त कर प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।

     इसके अतिरिक्त साईबर क्राईम थाना गढवाल एंव कुमाऊ परिक्षेत्र पर प्राप्त होने वाले आर्थिक साईबर अपराधों के 76 प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही करते हुये पीडितो के 22,71,283/- (बाइस लाख इखत्तर हजार दौ सौ तिरासी) रुपये उनके बैक खातो में वापस कराये गये ।
सभी प्रकरणो मे लगभग कुल 33 लाख रुपये वापस कराये गये ।

साईबर सुरक्षा टिप

ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी ।

किसी अजनबी या किसी ऐसे व्यक्ति से प्राप्त संदेश का जवाब न दें जिसे आप नहीं जानते हैं।

अपने मोबाइल नंबर को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझान करें जिसे आप नहीं जानते हैं,  किसी अजनबी को अपना मोबाइल मत दें ।

किसी भी प्रकार के ऑनलाईन लोन, लक्की ड्रॉ, डिस्काउन्ट, लॉटरी के प्रलोभन में न आयें 

कस्टमर केयर से बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आये और न ही उसे अपने वॉलेट/बैक सम्बन्धी को जानकारी साझा करें ।

KYC अपडेट/मोबाईल नम्बर बंद होने सम्बन्धी मैसेज/फोन कॉल आने पर अपनी व्यक्तिगत/बैंक सम्बन्धी जानकारी शेयर न करें । 

किसी भी प्रकार के अन्जान लिंक पर क्लिक न करें । 

किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर Any Desk, Quick Support आदि Remote Access app डाउनलोड न करें ।

किसी भी अन्जान व्यक्ति/महिला से फेसबुक या किसी भी सोशल साइट पर दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकार न करें ।

किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- [email protected]
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
“साईबर सुरक्षा जीवन का अर्थ है, सुरक्षा के बिना सब व्यर्थ है”



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