नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डीएवी स्कूल देहरादून में आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान आज की आवश्यकता है, हमें अधिक से अधिक रक्तदान करके समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। उन्होंने अंगदान पर बल देते हुए कहा कि अंगदान करके हम दूसरों के जीवन में खुशियाँ भर सकते हैं।
उन्होंने वृक्षारोपण, पर्यावरण सुरक्षा, नदियों की स्वच्छता तथा देशप्रेम के प्रति भी छात्रों को जागरूक किया। उन्होंने रक्तदाताओं से मिलकर उनका मनोबल बढ़ाया और समाजसेवा के इस योगदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।

आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष में डीएवी स्कूल देहरादून में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आहृवान पर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सहयोग से स्कूल प्रधानाचार्य शालिनी समाधिया के अथक प्रयासों से रक्तदान शिविर का आयोजन बेहद सफल रहा। रक्तदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ रक्तदान किया और 150 यूनिट रक्त जरूरतमंद मरीजों के लिए ब्लड बैंक के सुपुर्द किया।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि पूरा देश आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद जी की 200वीं जयंती समारोह भव्य रूप से मना रहा है। 12 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में साल भर चलने वाले इस समारोह का उद्घाटन किया और उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि महर्षि दयानंद जी ने शिक्षा पर जोर देकर देश की सांस्कृतिक और सामाजिक जागृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अवसर पर देश- विदेश के आर्य विद्वानों ने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया।

स्वामी दयानंद जी का संपूर्ण जीवन जन-सेवा और जन-कल्याण के लिए समर्पित था, उन्हीं की इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए जनकल्याण हेतु आज हम श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं। अपने जीवन में हमें रक्तदान जैसे पुण्य कार्य करते रहना चाहिए क्यों कि रक्तदान महादान है, रक्तदान करके हम अनेक बीमारियों से जूझ रहे लोगों को नवजीवन प्रदान कर सकते हैं। स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करने से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन बीमार व्यक्ति के लिए यह नए जीवन की आशा है।

समाज में ऐसी अनेक भ्रांतियाँ फैली हुई है कि रक्तदान से शरीर में कमजोरी आ जाती है, परंतु ऐसा नहीं है। विभिन्न शोधों से यह प्रमाणित किया जा चुका है कि रक्तदान करने से ब्लडप्रेशर एवं हृदय रोग जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है। इससे वजन भी नियंत्रित रहता है और मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। रक्तदान का महत्व हमें तब समझ में आता है जब हमारा कोई अपना जिंदगी और मौत से जूझ रहा होता है। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता इसलिए इसके महत्त्व को समझे और इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग दें।

इस अवसर पर सीएमआई के निदेशक डॉ राजेश कुमार जैन, क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी पीसी पुरोहित, एचओडी ब्लड बैंक डॉ अपर्णा भारद्वाज, ब्लड बैंक कोरडिनेटर अमित चंद्रा, देव भूमि फाउंडेशन के प्रेसीडेंट राजेश रावत, मैडिकल आफीसर डॉ प्रीति चौहान उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य शालिनी समाधिया ने कहा कि डीएवी प्रबंधकृत समिति के प्रधान पदमश्री पूनम सूरी की दूरदर्शी सोच से समूचे देश में शिक्षा, संस्कारों और संस्कृति को समाहित कर देश में श्रेष्ठ नागरिक देने का कार्य अनवरत जारी है। श्रीमान पूनम सूरी जी की प्रेरणा से ही रक्तदान शिविर लगाकर समाज के जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्त जुटाया गया है। उन्होंने सभी रक्तदाताओं को नमन किया और समाजसेवा के इस पुनीत कार्य में सहयोग के लिए हृदय से आभार ज्ञापित किया।
