काजल राजपूत
न्यू देवभूमि हॉस्पिटल के डॉ ऋषभ दीक्षित बोले मच्छर के काटने से बुखार और उसके बाद मरीजों के जोड़ों में भयंकर दर्द की समस्या उत्पन्न हो गई। मरीज असहनीय दर्द से तड़पता हुआ देखा गया है। यह बीमारी एक प्रकार का वायरस है। जो मच्छर के काटने के बाद से ही मरीजों में देखी जा रही है। हालांकि दर्द निवारक दवाईयों से इसका इलाज संभव है। वही न्यू देवभूमि हॉस्पिटल मरीजों की अच्छी देखभाल बेहतर इलाज और उनकी सुविधाओं के लिए संकल्पबद्ध है। जिसके चलते हॉस्पिटल लगातार अपनी सेवाओं में विस्तार कर रहा है। http://New devbhoomi Hospital Haridwar
न्यूज127 से एक साक्षात्कार के दौरान डॉ ऋषभ दीक्षित ने बताया कि कोविड और डेंगू के बाद अब जोड़ों के दर्द की समस्या सामने आ रही है। मच्छर के काटने से एक वायरस फैला है। जिसके कारण शरीर के तमाम जोड़ों में भयंकर दर्द होता है। शुगर से पीड़ित मरीजों में यह बीमारी ज्यादा तकलीफ देती है। हरिद्वार के 100 मरीजों से से पांच मरीजों को तो हॉस्पिटल में भर्ती तक होना पड़ रहा है। मरीज दिनचर्या की गतिविधियों को पूरा नही कर पा रहा है। मरीज का टेस्ट करने पर डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी के लक्षण नही है। जांच नॉर्मल होती है। यह एक वायरल बीमारी है। जिसमें मरीज को इलाज के दौरान दर्द निवारक दवा दी जाती है। दो से छह सप्ताह के भीतर मरीज ठीक हो जाता है। कुछ मरीजों को स्वस्थ होने में तीन महीनों का वक्त लग जाता है।
डॉ ऋषभ दीक्षित ने देवभूमि हॉस्पिटल की सेवाओं के विस्तार में बताया कि एक नया डायग्नोजिस्टक सेंटर शुरू किया है। जिसमें अल्टासाउंड, सीटी स्कैन, पैथोलॉजी, एंड्रोस्कापी की सुविधा 24 घंटे दी जा रही है। एम्स के नामी रेडियोलॉजी चिकित्सक डॉ अमित सिरोहा के कुशल नेतृत्व में डायग्नोजिस्टक सेंटर की सुविधा मरीजों को सेवा कर रही है। उच्च दरों में अच्छी मशीनों के द्वारा मरीजों का परीक्षण किया जा रहा है। अटल आयुष्मान कार्ड व तमाम मेडिकल इंश्योरेंस का लाभ मरीजों को दिया जा है। हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और स्टाफ की अनुभवी टीम कार्यरत है। मरीजों की सुरक्षा के लिए उत्कृष्ट सुरक्षा उपायों का उपयोग किया जा रहा है।
डॉ ऋषभ दीक्षित ने बताया कि देवभूमि हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ सुशील शर्मा रोगी के अनुभव को महत्वपूर्ण मानते है। जिसके चलते मरीजों प्राथमिकताओं को बेहतर बनाने के लिए सुविधाओं का विस्तार करते है। हॉस्पिटल में रोगी उनके परिवार और स्टाफ के बीच अच्छी संबद्धता और संवाद की सुविधा रहती है। यहां पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। मरीजों की सेवा करना ही हॉस्पिटल का ध्येय है।