विजय सक्सेना.
लापता पॉलिटेक्निक के छात्र योगेंद्र चौधरी उर्फ मोनू की हत्या का राज खुल गया है। पुलिस ने हत्या में शामिल एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अभी फरार हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने पहले योगेंद्र की डंडों से पिटाई की और फिर एक ने उसका गला दबा दिया।
इस हत्या के पीछे एक साल पहले हुआ कुत्ता घुमाने का विवाद सामने आया है। बताया जा रहा है कि कुत्ता घुमाने को लेकर एक साल पहले दो परिवारों में विवाद हुआ था।
आईटीआई थाना क्षेत्र में हेमपुर इस्माइल निवासी योगेंद्र चौधरी उर्फ मोनू राजकीय पॉलिटेक्निक में मैकेनिकल का छात्र था। उसके पिता वीर सिंह चौधरी टेंपो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। वह परिवार का इकलौता बेटा था।
पुलिस के मुताबिक योगेंद्र 10 जून को दोपहर तीन बजे से गायब था। परिजनों ने उसके मोबाइल फोन पर कॉल की तो वह देर रात तक स्विच ऑफ जाता रहा।
रात में करीब 11 बजे हेमपुर इस्माइल निवासी मनीष सैनी की सूचना पर बाजपुर रोड स्थित बहल्लापुल के पास पहुंची 108 एंबुलेंस ने घायल योगेंद्र को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया गया कि मनीष सैनी ने ही 112 नंबर पर पुलिस को योगेंद्र की हत्या हो जाने की सूचना दी थी। सूचना पर थाना प्रभारी आशुतोष सिंह, एसआई महेश चंद्र और एसआई सुरभि बौड़ाई आदि ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
पुलिस ने मनीष की गतिविधि संदिग्ध देखी तो उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में मनीष से सच उगल दिया। उसने बताया कि हेमपुर इस्माइल निवासी हरनेक सिंह और ग्राम उदमावाला थाना रोशनपुर मुरादाबाद निवासी अर्जुन सिंह के साथ मिलकर उसने योगेंद्र उर्फ मोनू की हत्या की।