परदादा कांस्टेबल, दादा हेड कांस्टेबल और आईपीएस पोता कर रहा हरिद्वार की सेवा




नवीन चौहान
परदादा कांस्टेबल, दादा हेड़ कांस्टेबल, ताऊ एडिशनल एसपी और इंस्पेक्टर पिता का बेटा आईपीएस बनकर देश की सेवा कर रहा है। जी हां यह परिचय हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस का है। परिवार की चार पीढ़ियों ने वर्दी पहनकर कानून का अनुपालन कराया। देश की जनता की सेवा मे अपना योगदान दिया। लेकिन बेटे ने इंजीनियरिंग करने के बाद नौकरी छोड़कर वर्दी पहनने का जुनून सवार हुआ तो सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की और वर्दी को सीने से लगा लिया वर्दी से प्रेम इतना की अपनी जान को खतरे में डालने से भी पीछे नही हटते। हरिद्वार जनपद में दूसरी बार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की कुर्सी पर बैठकर जनता की सेवा कर रहे सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने अपने मधुर व्यवहार और कार्यशैली से जनता के बीच लोकप्रियता हासिल की है। एसएसपी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह अपनी पुलिस पर पूरा भरोसा करते है। थाना प्रभारियों को बदलने में यकीन नहीं रखते अपितु इंस्पेक्टर की काबलियत को परखने में यकीन रखते है। सस्पेंड और लाइन हाजिर का चाबुक का इस्तेमाल विशेष परिस्थितियों में करते है। लेकिन कोरोना काल मंे हरिद्वार के विपरीत हालातों में उनकी पुलिस ने सर्वश्रेष्ठ कार्य किया। एसएसपी ने खुद कोरोना से मुकाबला किया और अस्पताल में भर्ती हो गए। अस्पताल के बेड से भी हरिद्वार की जनता के हालचाल लेते रहे और कानून व्यवस्था के लिए निर्देश देते रहे। हरिद्वार की जनता की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाते रहे।
मूल रूप से तमिलनाडु के तिरूनेवेल्ली निवासी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस वर्ष 2007 बैंच के उत्तराखंड कैडर के आईपीएस है। आईपीएस ज्वाइन करने से पूर्व वह बीएचईएल त्रिरर्ची में इंजीनियर रहे। साल 1998 से 2007 तक बीएचईएल में नौकरी करते रहे। नौ सालों तक भेल में नौकरी करने के दौरान ऐसा क्या हुआ कि अचानक उनको वर्दी पहनने का जुनून सवार हुआ। जिसके लिए उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की और परीक्षा पास की। सेंथिल अबुदई कृष्णराज के परिवार में शुरूआत से पुलिस के प्रति सम्मान की भावना सिखाई गई। वर्दी उन्होने घर में देखी। दादा, परदादा, पिता और ताऊ सभी वर्दी में नजर आए। मन में वर्दी पहनने की इच्छा प्रबल हो गई। बस पढ़ाई शुरू की और पहले की प्रयास में आईपीएस बन गए।

आईपीएस का प्रशिक्षण हासिल करने के बाद सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने एएसपी देहरादून, एएसपी पौड़ी गढ़वाल, एएसपी कुंभ मेला 2010, कमांडेंट आईआरबी प्रथम रामनगर नैनीताल, एसपी चंपावत, एसएसपी एसटीएफ उत्तराखंड, एसएसपी नैनीताल, एसएसपी हरिद्वार, एपी इंटेलीजेंस, एसएसपी उधमसिंह नगर, एसपी विजिलेंस के बाद हरिद्वार में दूसरी बार एसएसपी पद की जिम्मेदारी निभाने पहुंचे। हरिद्वार में बहुत कुछ बदल चुका था। लेकिन एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज को सबसे बड़ी चुनौती कोरोना काल में मिली। उत्तराखंड के सबसे अधिक जनसंख्या वाले जनपद की जनता को सुरक्षित घरों में कैद रहना था। लाॅक डाउन की अवधि थी। जनता की तमाम समस्याएं थी। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने इन तमाम समस्याओं से मुकाबला किया। दिन रात जनता के फोन को सुना और निस्तारण करने के निर्देश जारी किए। जनता पर सख्ती भी बरती और दिल में दर्द भी सहा। लेकिन कानून का अनुपालन कराया।

एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने कोरोना काल के बारे में बताया कि जनता के सामने विभिन्न प्रकार की समस्याए थी। पुलिस की मजबूरी थी। लेकिन हम जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्य कर रहे थे। जिस किसी का भी फोन आता था, उसके घर पुलिस की टीम भेजते थे। राशन, दवाईयां, दूध और फल तक भिजवाने का कार्य पुलिस ने किया। मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए जाती थी। पुलिस ने अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से निभाया। एसएसपी सेंथिल अबुदई से उनके अनुभवों के बारे में जाना तो उन्होंने हरिद्वार की जनता की तारीफ की। उन्होंने बताया कि हरिद्वार की जनता में सहयोग की भावना बहुत ज्यादा है। पुलिस का सहयोग करती है। उन्होंने बताया कि डबल मर्डर केस और मासूम प्रकरण में भी जनता ने पुलिस का भरपूर सहयोग किया। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि हरिद्वार में कार्य करना एक अनुभव के हिसाब से बहुत अच्छा है। यहां पर विभिन्न प्रकृति के कार्य है।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज एसएसपी सैंथिल अबुदाई कृष्णराज एस को कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करते हुए

संत की सेवा करना, मां गंगा के भक्तों की व्यवस्था करना और जनता की सुरक्षा करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। लेकिन मां गंगा के आशीर्वाद से सभी कार्य सकुशल संपन्न हो जाते है। जब उनके दारोगा के तबादलों के संबंध में जानकारी की तो एसएसपी ने बताया कि पुलिस को कार्य करने का अवसर मिलना चाहिए। थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर को बदलने में नही उनकी काबलियत को परखने में विश्वास रखते है। पुलिस को दिशा निर्देश दिए है। जनता की सुरक्षा व्यवस्था सर्वोपरि है।

हरकी पैड़ी पर निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सैंथिल अबुदई कृष्ण राज एस, एसडीएम सदर गोपाल सिंह चौहान



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