नवीन चौहान
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने केबिनेट की बैठक में अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनाने के कार्य को अटका रही है. जिसके बाद से उत्तराखंड के सियासी गलियारों में हलचल मच गई है.
बताते चलें कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भाजपा सरकार में खुद को असहज महसूस कर रहे थे. उनके भाजपा छोड़ने की अटकले पिछले काफी दिनों से चल रही थी. ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी. हरक सिंह रावत के कांग्रेस पार्टी में जाने की अटकलें पहले से ही तेज थी. लेकिन एकाएक उनके इस्तीफे ने खलबली मचा दी हैं. हरक सिंह रावत पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में भी खुद को असहज महसूस कर रहे थे. हालांकि त्रिवेंद्र सिंह रावत कभी उनके दबाव में नहीं आए. जिसके चलते बीते 4 सालों में त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरक सिंह रावत के रिश्तो में खटास रही. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की कुर्सी से विदाई के पीछे भी हरक सिंह रावत का नाम सुर्खियों में रहा. भाजपा हाईकमान ने जिस हरक सिंह रावत भाजपा में बांधकर रखने का प्रयास किया. आखिरकार उन्होंने अपना दामन छुड़ा लिया है.