नई दिल्ली: जेएनयू कैंपस में विजयादशमी के दिन रावण की जगह पीएम मोदी का पुतला जलाया गया। इमसें पीएम मोदी को रावण और बाकी नौ सिरों की जगह अमित शाह, रामदेव, महंत आदित्यनाथ, नाथूराम गोडसे, साध्वी प्राची और आसाराम के चेहरे लगाए गए थे। जेएनयू के स्टूडेंट्स ने मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और कार्ड पर स्लोगन लिखा था कि, बुराई पर सत्य की जीत होकर रहेगी।
जेएनयू कैंपस में सरस्वती ढाबा के पास मंगलवार रात को पीएम मोदी का पुतला जलाया गया। जेएनयू में एनएसयूआई के प्रेसिडेंट कैंडिडेट रह चुके सनी धीमान ने कहा कि हमने झूठ और फरेब के रावण का पुतला फूंका है। हम बीजेपी की तरह नहीं हैं, जो मनमोहन सिंह को गालियां देते थे। हम पीएम पद का सम्मान करते हैं इसलिए उन्हें मोदीजी बुलाते हैं। मोदी कहते हैं कि दलितों को मत मारो, मुझे मारो। क्या देश में कानून का राज नहीं है? वह झूठ बोलते हैं। हमने दशहरे के दिन को विरोध के लिए चुना क्योंकि इस दिन बाबा साहब ने बौद्ध धर्म अपनाया था। जेएनयू में वीसी के जरिए मुस्लिम स्टूडेंट्स को निशाना बनाया जा रहा है। एनएसयूआई के मेंबर मसूद कहते हैं कि हम मांग करते हैं कि बुराई को सरकार से बाहर किया जाए। ऐसा सिस्टम बनाया जाए जो प्रो-पापल और प्रो-स्टूडेंट हो। हमारा पीएम का पुतला जलाना सरकार से हम सबका असंतोष दिखाता है।