धुरंधरों के गढ़ में कम मतदान से माथे पर शिकन, गणित लगाने में जुटे दिग्गज




नवीन चौहान.
हरिद्वार लोकसभा चुनाव में सबसे मजबूत माने जाने वाली विधानसभाओं में वोट प्रतिशत सबसे कम रहने पर भाजपा को सोचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हरिद्वार विधानसभा में यहां के भाजपा विधायक मदन कौशिक भी मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर लाने में असफल दिखायी दिये। यहां का मत प्रतिशत 55.42 है। ऋषिकेश विधानसभा में 53.08 प्रतिशत रहा। सबसे कम धर्मपुर विधानसभा में मतदान हुआ। यहां मतदान का प्रतिशत 51.81 रहा।

माना जा रहा था कि हरिद्वार ग्रामीण और लक्सर में सबसे कम मत प्रतिशत रहेगा लेकिन यहां दोनों ही विधानसभाओं में मतदान का प्रतिशत सर्वाधिक रहा है। लक्सर में जहां 72.74 प्रतिशत मतदान हुआ तो वहीं हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में 72.62 प्रतिशत मतदान हुआ। रूडकी में भी मतदान का प्रतिशत 59.51 रहा। जबकि रानीपुर विधानसभा में मतदान का प्रतिशत 60.69 तक पहुंच गया।

धर्मपुर विधानसभा में भी मतदान का प्रतिशत 51.81 रहा। जो हरिद्वार लोकसभा में सबसे कम मतदान वाली विधानसभा रही। डोईवाला में मतदान 60.52 प्रतिशत रहा, ज्वालापुर में 71.95 प्रतिशत रहा, खानपुर में 69.93 प्रतिशत मतदान हुआ। भगवानपुर में 71.54 और कलियर में 71.81 प्रतिशत मतदान हुआ। झबरेडा में 69.45 और मंगलौर में 64.09 प्रतिशत मतदान हुआ।

राजनीति के विशेषज्ञों की मानें तो इस बार मतदाताओं ने खामोशी से वोट किया है। वोट किसे गया यह वोट डालने के बाद भी स्पष्ट नहीं हो रहा है। वोटरों की खामोशी ने प्रत्याशियों की भी चिंता बढ़ा दी है। भाजपा प्रत्याशी जहां इस बार रिकार्ड मतों से जीत का दावा कर रहे हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी का दावा है कि जनता ने बटन दबाकर जवाब दे दिया है। नतीजे 4 जून को आएंगे तो जनता जनार्दन का फैसला पता चल जाएगा कि उन्होंने वोट किसके हक में किया।



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