सात बेटियों की मुहिम, मां गंगा बनेंगी स्वच्छ और गरीबों का ढकेंगा तन, देंखे वीडियो




नवीन चौहान
हरिद्वार की सात बेटियों ने मां गंगा को स्वच्छ बनाये रखने के लिए एक कठिन संकल्प के साथ एक मुहिम का आगाज किया हैं। उन्होंने हरकी पैड़ी, कुशावर्त घाट व तमाम अन्य गंगा घाटों पर पुराने वस्त्रों को एकत्रित करने के लिए तीन रिंग रख दिए है। जिसमें आस्थावान श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के बाद अपने पुराने वस्त्रों को गंगा में बहाने और घाटों पर छोड़ने की बजाय इस रिंग में डाल सकेंगे। जिसके बाद इन पुराने वस्त्रों को रिसाइकिलिंग कराकर एक बार फिर उपयोगी बनाया जा सकेंगा। रिसाइकिलिंग करने के बाद पुन: नए वस्त्र गरीब असहाय लोगों का शरीर ढकने के काम में आ सकेंगे। श्रद्धालुओं को पुराने वस्त्रों इस रिंग में डालने की प्रेरणा देने के लिए बकायदा एक संदेश प्रसारित किया जायेगा। जिसको सुनने के बाद श्रद्धालुओं की मां गंगा के प्रति आस्था और श्रद्धा में बढोत्तरी होगी। इन उनकी आस्था सभा के पदाधिकारियों ने महिलाओं के इस प्रयास की सराहना की है तथा यथासंभव सहयोग देने का भरोसा दिया है।


भगवान भोले नाथ की ससुराल कनखल निवासी डॉ मनु शिवपुरी शर्मा प्रसिद्ध लेखिका और समाजसेविका है। काव्य जगत में भी डॉ मनु अपनी प्रतिभा दिखाई है। उन्होंने कई प्रेरणादायक पुस्तके लिखी है। डॉ मनु शिवपुरी की कविताओं में इंसानियत को जिंदा रखने और सामाजिक प्रेम के प्रति लोगों को जागरूक करने की सीख मिलती है।

मानवीय दृष्टिकोण से डॉ मनु शिवपुरी बेहद सरल स्वभाव की है। इन्ही डॉ मनु शिवपुरी ने मां गंगा के लिए एक कठिन प्रयास का संकल्प करते हुए अपनी मुहिम की शुरूआत हरकी पैड़ी पर मां गंगा की आरती के साथ की है। डॉ मनु शिवपुरी ने अपनी महिला मित्र साक्षी विश्नोई, नीरज शर्मा, रागिनी राणा, नीलम भसीन, न्यान्सी मल्होत्रा, मनीषा शर्मा को साथ लेकर गंगा के पुराने वस्त्रों को एकत्रित कराकर उनको रिसाईकिलिंग कराने का बीड़ा उठाया है।

हालांकि सात महिलाओं की ये शुरूआत है लेकिन उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति इस मुहिम को पूरा कराने में उनका मनोबल बढ़ायेगी। डॉ मनु शिवपुरी ने बताया कि गंगा घाटों में पुराने वस्त्रों के गंगा में पड़ा देखकर बड़ा दुख होता था। जिसको देखकर बहुत तकलीफ होती थी। उन्होंने बताया कि लोगों की मान्यता है कि पुराने वस्त्रों को गंगा घाटों पर छोड़ने से मानों पाप छूट गए हो। लेकिन वह पुराने कपड़े गंगा में जाकर गंदगी करते थे। हम सभी महिला मित्रों ने इन पुराने वस्त्रों को गंगा में बहकर जाने से बचाने के लिए मुहिम शुरू की है। मां गंगा के आशीर्वाद से हम सफल होंगे। पुराने वस्त्रों को रिसाईकिलिंग कराकर गरीबों को वितरित करेंगे। ताकि वो ढंग इत्यादि से बच सके। गंगा सभा के पदाधिकारी तन्मय वशिष्ठ ने महिलाओं की इस मुहिम की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के इस प्रयास से गंगा में स्वच्छता बरकरार रह सकेंगी।



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