मदरसे में बाहर लगा था ताला, अंदर अंधेरे कमरे में मिली 22 बच्चियां और दो बच्चे




नवीन चौहान.
एसएसपी डॉ मंजुनाथ टीसी के निर्देश पर पुलभट्टा पुलिस ने अवैध मदरसा संचालक मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब मदरसे की जांच करने पहुंची पुलिस को बाहर ताला लटका मिला लेकिन अंदर जाकर देखने पर एक अंधेरे कमरे में 22 मासूम बच्चियां और दो बच्चे बंद मिले। पुलिस ने मदरसा संचालक की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में मदरसा संचालन की आड़ में बच्चों का शोषण करने वाले आरोपी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। एसएसपी का कहना है कि धर्म की आड़ में किसी भी अवैध कार्यवाही को बक्शा नहीं जाएगा। उधम सिंह नगर पुलिस की अवैध कार्यों के विरुद्ध कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।

पुलिस के मुताबिक अवैध मदरसा जामिया नगमा फातिमा चारबीघा सिरौलीकला थाना पुलभट्टा प्रकरण में की गयी कार्यवाही के दौरान जब पुलिस दिनांक 15-10-2023 को थानाध्यक्ष पुलभट्टा के नेतृत्व में पुलिस टीम सत्यापन के लिए चारबीघा सिरौलीकला पहुँची। तब वहां चारबीघा सिरौलीकला में बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन की कार्यवाही की गयी।

सत्यापन कार्यवाही के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि चारबीघा सिरौलीकला बाबू गोटिया में एक मदरसा चल रहा है जिसके मुख्य गेट ताला लगा है जबकि अन्दर बच्चे हैं। पुलिस द्वारा उक्त मदरसे में दूसरे गेट से जाकर उसे खुलवाकर चैक किया गया तो एक अंधेरे कमरे में 22 बच्चियां, 2 बच्चे बन्द मिले। महिला आरक्षी की मदद से एक एक कर सभी बच्चों को बाहर निकाला गया तथा बच्चों के नाम पते नोट किये गये। सभी बच्चों की उम्र 04 वर्ष से 16 वर्ष तक हैं, जिसमें 11 बच्चे जनपद बरेली उ0प्र0 के तथा 13 बच्चे स्थानीय थे।

मौके से वरिष्ठ अधिकारियो को सूचित किया गया तथा मौके पर क्षेत्राधिकारी सितारगंज पहुंचे। सहायक अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी चन्द्रप्रकाश रावत, DPO (CWC) ब्यूमा जैन व प्रेम लता सिंह CWC रूद्रपुर को सूचित कर मौके पर CWC सदस्य सुनील कुमार पुत्र सुरेश चन्द, दीपा मेहरा, रेखा अधिकारी को काउंसिलिंग हेतु फोन कर मौके पर बुलाया गया। प्रभारी AHTU को टेलीफोन सूचना देकर मौके पर बुलाया गया।

पुलिस के मुताबिक मौके से मदरसे का संचालक इरसाद पुत्र अबरार फरार हो गया जबकि इसकी पत्नी खातून बेगम मौजूद मिली उनके द्वारा बताया गया कि मदरसे का नाम जामिया नगमा फातिमा खातून है। परन्तु पुलिस के समक्ष वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पायी। पुलिस ने सभी बच्चों के परिजनों को बुलाकर काउसिंलिग कर बच्चों को इनके परिजनों के सुपुर्द किया।

पुलिस ने बताया कि पूछताछ में यह पता चला कि खातून बेगम व उनके पति इरसाद द्वारा बच्चों के परिजनों को यह बताया गया कि मदरसे में अच्छा खाना दिया जाएगा, रहने की अच्छी सुविधा रहेगी और अच्छी पढाई करायी जाएगी। प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया कि मदरसे में सभी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार कर इनका शोषण किया जा रहा था। बच्चों से खाना बनवाया जाता था तथा उनसे कपडे और बर्तन धुलवाये जाते थे। CWC के सदस्यों द्वारा बच्चों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गयी।

मौके पर थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट व संयुक्त टीम ने फर्द तैयार की, खातून बेगम को गिरफ्तार कर थाना पुलभट्टा पर FIR-229/2023 धारा 370(5)/491/342 भा0द0वि0 व 75/82/87 किशोर न्याय अधिनियम पंजीकृत किया गया। बाद में पुलिस ने अवैध मदरसा संचालक मुख्य अभियुक्त इरसाद को भी गिरफ्तार कर लिया।



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