नगर निगम के अधिकारी सफाई के काम को मानते हैं अपने स्टैंडर्ड के खिलाफ, मेयर पहुंचीं मेलाधिकारी के पास




जोगेंद्र मावी
हरिद्वार नगर निगम के अधिकारी सफाई कराने को लेकर कतई गंभीर नहीं है। मेयर अनीता शर्मा की माने तो अधिकारी सफाई को लेकर गंभीर नहीं हैं और इस विषय पर बात करने में अपने स्टैंडर्ड के खिलाफ मानते हैं। शहर की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए मेयर अनीता शर्मा ने मेलाधिकारी दीपक रावत और जिलाधिकारी सी रविशंकर को ज्ञापन सौंपकर व्यवस्था को सुधारने के लिए गुहार लगाई है।
हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र से कूड़ा उठाने वाली कंपनी केआरएल ने 6 दिसंबर से कूड़ा उठाने का काम बंद दिया है, तभी से शहर की हालात बिगड़े हुए हैं। कूड़े के जगह—जगह ढेर बदबू से ओतपोत है। इससे शहर में जीवन नरक हो चुका है। जिसे लेकर सोमवार को मेयर अनीता शर्मा सीसीआर पहुंचीं और मेलाधिकारी दीपक रावत को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि नगर निगम क्षेत्र की खराब सफाई व्यवस्था एवं 10—10 दिन तक कूड़ा न उठने के संबंध में 23 दिसंबर को अवगत कराया था। केआरएल कंपनी के कूड़ा न उठाने के बाद से समस्या हो गई है। नगर निगम के अधिकारी इस संबंध में बात करना अपने स्टैंडर्ड के खिलाफ मानते हैं। अब कुंभ मेला प्रारंभ हो ही चुका हैं, आगामी स्नान पर्वों पर यात्रियों की भारी भीड़ हरिद्वार में जुटने लगेगी, तब स्थिति और भी ज्यादा बदत्तर हो जाएगी।
उन्होंने मेलाधिकारी दीपक रावत से नगर निगम की सफाई व्यवस्था सृदृढ़ कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि समय से कूड़ा उठने से स्थानीय निवासियों के साथ हरिद्वार में आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी गंदगी एवं संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाई जा सके।
मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने कहा कि शहर से कूड़ा न उठने से बुरा हाल हो गया है। बदबू उठने से आसपास तो क्या दूर दराज तक भी लोग परेशान है। ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस के अनुसूचित विभाग के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, देवेश गौतम, मनोज जाटव, अमित राजपूत, शोभित चौहान, दीपक राजपूत आदि शामिल हुए।

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