मेरठ।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शोध का स्तर ऊंचा उठाने के लिए पुरातन छात्र आगे आए हैं। विश्वविद्यालय के छात्र अच्छा शोध कर सकें इसके लिए पुरातन छात्र ने पांच लाख रूपये सहयोग के रूप में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति को दिए।
तीन मैरीटोरियस शोधार्थी को मिलेगी फैलोशिप
स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने स्वामी विवेकानंद चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया। इसी के तहत तीन मैरीटोरियस शोधार्थी को तीन वर्ष तक फैलोशिप देने के निर्देश दिए।
स्वामी विवेकानंद चेयर स्थापित करने का निर्णय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शोध का स्तर बढे इसके लिए कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला लगातार प्रयासरत रहती हैं। वह लगातार विद्यार्थियों को इसके लिए प्रोत्साहित भी करती रहती हैं। इसी प्रयास में एक कदम और आगे बढाते हुए गुरूवार को स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने स्वामी विवेकानंद चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया।
कुलपति को सौंपा 5 लाख का चैक
दरअसल गुरूवार को सुंदरदीप ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन ग्लोबल चेयरमैन महेंद्र अग्रवाल के प्रतिनिधि के रूप में अकेडमिक चेयरमैन डॉक्टर राकेश शर्मा ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला को पांच लाख रूपये का चैक सौंपा। महेंद्र अग्रवाल और उनके पुत्र अखिल अग्रवाल चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र रहे हैं।
पांच हजार प्रति माह की फैलोशिप
इससे पहले कुलपति ने प्रो0 संगीता शुक्ला ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इसका उपयोग करने के लिए स्वामी विवेकानंद चेयर स्थापित करने व तीन मैरीटोरियस छात्रों को हर माह पांच हजार रूपये तीन साल तक फैलोशिप के रूप में देने का निर्णय लिया। लाईफ साइंस, सोशल साइंस तथा फिजिक्ल साइंस से एक-एक शोधार्थी को यह फैलोशिप दी जाएगी।
कुलपति ने बतायी अच्छी पहल
कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए पुरातन छात्र आगे आ रहे हैं और सहयोग कर रहे हैं। विश्वास है कि और भी पुरातन छात्र विश्वविद्यालय के विकास के लिए सहयोग करेंगे जिससे विश्वविद्यालय में पढने वाले विद्यार्थियों का विकास होगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वित अधिकारी रमेश चंद्र, वरिष्ठ आचार्या प्रो0 वाई विमला, प्रो0 मृदुल गुप्ता, प्रो0 बिंदु शर्मा, प्रो0 नीलू जैन, इंजीनियर प्रवीन कुमार, संदीप अग्रवाल, मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।