नवीन चौहान.
चंडीगढ़ में नगर निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी को बीजेपी ने झटका दिया है। निकाय चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद यहां बीजेपी अपना मेयर बनाने में सफल रही। बीजेपी की सरबजीत कौर चंडीगढ़ की मेयर बनी है। इस घटनाक्रम के बाद आम आदमी पार्टी के पार्षद धरने पर बैठ गए।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के सबसे अधिक पार्षद जीते हैं। चुनाव में बीजेपी और आप के बीच ही टक्कर थी। यहां मेयर पद पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। जिस कारण यहां सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच था।
चंडीगढ़ के नए मेयर पद के लिए 8 जनवरी की सुबह 11 बजे नगर निगम के ऑफिस में चुनाव हुए। मेयर के साथ ही चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर भी चुने गए। मेयर के लिए सीक्रेट बैलेट के जरिए वोटिंग हुई।
काउंटिंग के दौरान आम आदमी पार्टी का एक बैलट पेपर फटा मिला, जिससे वह वोट खारिज कर दिया गया। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव 24 दिसंबर को हुए थे। कोई भी दल बहुमत का आंकड़ा (19) पार नहीं कर पाया था। AAP के 14 पार्षदों ने जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी के 12, कांग्रेस के 8 पार्षद और अकाली दल के 1 पार्षद ने जीत दर्ज की थी।
वार्ड नंबर 10 की पार्षद हरप्रीत कौर बाबला ने अपने पति देविंदर सिंह बाबला के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली थी। इसके बाद बीजेपी के पार्षदों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जबकि कांग्रेस की घटकर 7 रह गई। मेयर चुनाव में सांसद का भी वोट गिरता है, यहां से भाजपा सांसद के वोट के बाद बीजेपी की संख्या 14 हो गई। फिल्म अभिनेत्री किरण खेर चंडीगढ़ का संसद में प्रतिनिधित्व करती हैं।