नवीन चौहान.
महिला उप निरीक्षक रीना कुंवर शर्मा को मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के रविंद्र पुरी महाराज ने सम्मानित किया। रीना कुंवर शर्मा गरीब बच्चों को निशुल्क बॉक्सिंग सिखाने का काम कर रही हैं।
रीना कुंवर शर्मा सन 2008 में स्पोर्ट्स कोटे से उत्तराखंड पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुई फिर सन 2011 में रीना कुंवर शर्मा खेल बॉक्सिंग के द्वारा पदोन्नति हुई हेड कांस्टेबल बनी रीना कुंवर शर्मा हरिद्वार के अलावा पौड़ी में भी वर्ष 2008 से सन 2018 तक अपनी सेवाएं दी हैं। वर्तमान में रीना कुंवर शर्मा हरिद्वार कोतवाली में तैनात हैं रीना कुंवर शर्मा की इसी वर्ष वर्ष 2022 में उपनिरीक्षक के पद पर पदोन्नति हुई रीना कुंवर शर्मा की शुरुआत 2001 से 14 बार राष्ट्रीय मेड लिस्ट रह चुकी है।
(नेशनल गोल्ड मैडलिस्ट जिसमें जूनियर नेशनल सीनियर नेशनल गोल्ड मैडलिस्ट राष्ट्रीय खेल मे दो बार रजत पदक विजेता आल इंडिया पुलिस खेल गोल्ड मैडलिस्ट) स्वर्ण रजत कांस्य पदक ले चुकी हैं। इन्होंने अनेकों जगह बॉक्सिंग खेली है और अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें उत्तराखंड का नाम रोशन किया। रीना कुंवर शर्मा की बचपन से ही रुचि बॉक्सिंग की रही है। रीना कुंवर शर्मा को हरिद्वार और अन्य जगह भी बॉक्सिंग चैंपियन के नाम से जाना जाता है।
रीना कुंवर शर्मा गरीब बच्चों के लिए हमेशा तैयार रहती हैं आज भी देहरादून और हरिद्वार मैं अपनी ड्यूटी के बाद गरीब बच्चों को निशुल्क बॉक्सिंग सिखाती हैं। यह सब कार्य जिन जिन लोगों ने देखा उन उन लोगों ने उत्तराखंड पुलिस और महिला उपनिरीक्षक रीना कुंवर शर्मा की जमकर तारीफ की क्योंकि आजकल बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो लोग गरीब बच्चे के लिए समय निकालकर उनको सही रास्ता दिखाते हैं।
आज मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के रविंद्र पुरी महाराज ने महिला उपनिरीक्षक रीना कुंवर शर्मा को इस कार्य के लिए सम्मानित किया और रीना कुंवर शर्मा को आश्वासन दिया कि भविष्य में मेरी कहीं भी जरूरत हो मैं आपका पूरा सहयोग करूंगा। क्योंकि आप एक अच्छा और नेक कार्य कर रहे हैं आज बच्चे बहुत ही बुरे कार्यों की तरफ जा रहे हैं।
महिला उपनिरीक्षक रीना कुंवर शर्मा का कहना है की आजकल बच्चें बहुत ही जायदा गलत रास्ते पर जा रहे हैं। जिसमें नशा सबसे गलत और खतरनाक रास्ता है। इसकी तरफ आज का युवा आज के बच्चे बहुत तेजी से जा रहे हैं। मेरा एक छोटा सा प्रयास है की बच्चे नशे की तरफ गलत प्रवृत्तियों में बच्चे ना जाएं उनको एक मौका दिया जाए और सही रास्ते पर लाया जाए और खेल के प्रति उनको रूचि दिलाई जाए। इसलिए मैं सभी गरीब बच्चों को बॉक्सिंग सिखाती हूं कि बच्चे अपने कार्य में व्यस्त रहें और इनका भविष्य आगे उज्जवल रहे।