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हरिद्वार में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का एसटीएफ उत्तराखंड की टीम ने खुलासा किया है। एसटीएफ ने मौके से सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने ठगी करने के लिए 11 लोगों की एक टीम बना रखी थी। यही नहीं मौके से एक रजिस्टर भी मिला है जिसमें ठगी की पूरी स्क्रिप्ट लिखी हुई है।
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह क्रेडिट कार्ड बनवाने का लालच देकर लोगों के साथ ठगी करता था। गिरफ्तार इस गिरोह का सरगना यूपी के शामली जनपद का रहने वाला है, उसके खाते से 70 लाख रूपये का लेनदेन मिला है। 25 हजार रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि गृह मंत्रालय के आईफोरसी पोर्टल से जानकारी मिली थी कि देशभर में धोखाधड़ी की 22 घटनाओं से संबंधित गिरोह हरिद्वार से संचालित हो रहा है। इस पर एसटीएफ इंस्पेक्टर यशपाल सिंह बिष्ट की टीम बनाकर पड़ताल की गई। मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जांच की गई तो पता चला कि इनमें राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों से पैसा जमा और ट्रांसफर किया गया है। इन खातों में करीब 70 लाख रुपये का लेनदेन पाया गया।
आरोपी के बारे में जानकारी एकत्र करने के बाद स्थानीय सिडकुल पुलिस को लेकर रावली महदूद गांव के एक घर में छापा मारा गया। यहां से विपिन पाल निवासी ग्राम पिंडोरा, जहांगीरपुर, झिंझाना, शामली को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से डेबिट कार्ड, पीओएस मशीन, रजिस्टर और चेकबुक आदि बरामद हुईं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 10वीं पास है और यह काम वर्ष 2017 से कर रहा है। विपिन ने ठगी की रकम से रावली महदूद में ही एक दो मंजिला मकान भी बनाया है। एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने अपना एक ऑफिस ब्रह्मपुरी बाजार में खोला था। इसमें उसने कंप्यूटर आदि रखे थे।