हरिद्वारः शहर में बंदरों का आतंक बढ़ गया है। आए दिन बंदर बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं पर हमला कर उन्हें जख्मी कर रहे हैं। पिछले दो महीने के भीतर बंदरो के काटने से कई लोगों घायल हो चुके हैं। क्षेत्र में लगातार इनकी संख्या बढ़ती जा ही है। इसके बावजूद भी प्रशासन इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा हैं। किसी बड़ी घटना का इंतजार हैं।
दरअसल शहर के कनखल क्षेत्र की कालोनियों में बंदरो की संख्या काफी बढ़ गई है। जिसमें अरिहंत विहार न्यू विश्णु गार्डन, कृष्णा नगर, जगजीतपुर आदि कालोनियों में इनका आंतक बढ़ता ही जा रहा है। बंदरो के हमलों की वजह से लोगों ने अपनी छतों पर जाना भी बंद कर दिया हैं। इन इलाकों में बंदर न सिर्फ लोगों का सामान उठाकर उनका नुकसान कर रहे हैं। बल्कि वे महिलाओं और बच्चों पर भी अब हमला कर रहे हैं। क्षेत्र में दिन पर दिन इन बंदरो की संख्या बढ़ती जा रही है। ये बंदर अधिकतर छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं। जिसकी वजह से छोटे बच्चों का छत पर जाना भी मुश्किल हो गया है। अब तो ये राह चलते लोगों पर भी हमला कर रहे है। कई बार तो आपस में लड़ने लगते है। जिसके बाद ये ओर हमलावर हो जाते है।
इन बंदरो से क्षेत्रवासी ही नही अपितु बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी परेशान है। बंदर इनके हाथों से सामान छीन कर ले जा रहे हैं। कई बार तो ये इन पर हमला भी कर देते हैं। यही हाल गंगा घाटों पर है, जहां ये बंदर घाटों पर रखें सामान को भी नुकसान पहुंचा रहे है। मंदिरो के अंदर भगवान के समक्ष रखें प्रसाद व अन्य सामानों को भी उठाकर ले जा रहे है।
बंदरो के आंतक से प्रभावित अधिकतर सभी कालोनिवासियों इस संबंध में सामूहिक रुप से कई बार स्थानीय पार्शदों और अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं। उसके बावजूद भी हर में बंदरो का आंतक कम नही हुआ। ऐसे में शहरवासियों को बंदरों के आतंक से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। बंदर लोगों का सामान उठा रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से अपिल की है, कि जल्दी ही बंदर के पकड़े की व्यवस्था की जायें। ताकि आमजन को इन बंदरो के आंतक से छुटकार मिल सकें।