खेलों के विकास के लिए प्राधिकरण कर रहा लाखों के विकास कार्य




नवीन चौहान.
हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण जनपद हरिद्वार के युवाओं के लिए भी लगातार एक विजन के साथ कार्य कर रहा है। इस विजन के तहत न केवल युवाओं की प्रतिभाओं को आगे लाने का प्रयास होगा बल्कि खेलों के विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा। प्राधिकरण इसी कड़ी में लाखों के विकास कार्य करा रहा है।

सौंदर्यीकरण और विकास की रफ्तार: प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के निर्देशन में लगातार विकास के नए आयाम स्थापित किये जो रहे हैं। अंशुल सिंह की दूरदर्शी सोच के चलते हरिद्वार सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में भी नई पहचान बना रहा है। युवाओं की प्रतिभाओं को निखारने के लिए भल्ला कालेज के नजदीक सिटी स्पोर्टस काम्पलैक्स का जीणोंद्वार किया जा रहा और उसका विस्तारीकरण भी किया जा रहा है।

बैंडमिंटन कोर्ट और किक्रेट पिच भी: सिटी कॉम्पलैक्स में 5 बैंडमिंटन कोर्ट बनाए जा रहे हैं, जबकि तीन क्रिकेट पिच तैयार की जा रही है जिन पर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को निखारने का काम करेंगे और बड़े टूर्नामेंट यहां आयोजित किये जा सकेंगे। इनके अलावा दो लॉन टेनिस कोर्ट तथा स्क्वैश कोर्ट का निर्माण भी किया जा रहा है। यहीं नहीं एक जिम और फुट सैल का भी निर्माण प्राधिकरण यहां करा रहा है। इन सब कार्यों पर 758 लाख रूपये की लागत आएगी।

रात में अभ्यास के लिए स्पोर्टस लाइट: क्रिकेट स्टेडियम के नवीनीकरण में दो पिच निर्माण, मैंदान में ग्रासिंग कार्य, तथा रात में अभ्यास और खेलों के लिए स्पोर्टस मास्ट लाइट लगाने का कार्य भी प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। इस कार्य पर करीब 187.10 लाख रूपये का खर्च आएगा। शंकराचार्य चौक पर अंडर ब्रिज में बास्केट बॉल कोर्ट, स्केटिंग रिंग, वाहन पार्किंग और उद्यानीकरण का कार्य भी प्राधिकरण करा रहा है जिस पर 235 लाख रूपये की लागत का बजट तय किया गया है।

खेल विकास का रख रहे पूरा ध्यान: प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के मुताबिक जनपद में खेल विकास को ध्यान में रखते हुए 1141.88 लाख रूपये से खेलों के लिए अवस्थापना सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इन निर्माण कार्यों के पूरा होने से जनपद के युवाओं को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त होगा। साथ ही युवाओं का मानसिक और शारीरिक विकास भी होगा।

आवासीय समस्याओं के लिए भी कार्य: प्राधिकरण के सचिव उत्तम सिंह के मुताबिक प्राधिकरण आवासीय समस्याओं के निस्तारण के लिए भी कार्य कर रहा है। इंद्रलोक आवासीय योजना भाग-2 में विभिन्न श्रेणी के आवासीय और व्यवसायिक भूखंड सृजित है। इस योजना के विकास व निर्माण कार्यों पर 1820 लाख रूपये व्यय अनुमानित है। तहसील रूड़की में भी आवासीय योजना विकसित की जा रही है। यहां भी विकास के लिए 1601.92 लाख रूपये का व्यय अनुमानित है।

श्रद्धालुओं और पर्यटकों का केंद्र है हरिद्वार: हरिद्वार धार्मिक नगरी के साथ साथ पर्यटन का भी केंद्र है। इसलिए पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए शहर के सौंदर्यीकरण और पार्क व घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य भी प्राधिकरण द्वारा प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। इसके तहत केबिल ब्रिज पर फसाड लाइटिंग का कार्य कराया गया है जिसकी लागत 174 लाख रूपये है। शंकराचार्य चौक से सिंहद्वार तक कैनाल के साथ स्थित मार्ग पर विकास कार्य और सौंदर्यीकरण कार्य कराये जा रहे हैं। इसमें वॉकिंग ट्रैक, साईकिलिंग ट्रैक आदि के रूप में विकसित किया जा रहा है।



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