दिल्ली में हुए प्यार का मसूरी में हुआ खौफनाक अंत, हत्यारिन बनी प्रेमिका




नवीन चौहान.
दिल्ली में जिस युवक के आंखे चार हुई, जिसके साथ जिंदगी को हसीन बनाने के सपने देखे। जिसके नाम की मेहंदी हाथों पर रचाने के सपने संजोये उसी के खून से अपने हाथ रंगकर प्रेमिका हत्यारिन बन गई। यह मामला है मसूरी के एक होटल में हुए युवक की हत्या का खुलासा होने के बाद सामने आए सच का।

दिनांक 10/09/2023 को थाना मसूरी पर भट्टा गांव में होटल रोटी चाय 7 नाइट के कमरे में एक व्यक्ति के गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। युवक के साथ होटल में रूके एक युवक और युवती मौके से फरार हो गए थे। युवक की पहचान रूड़की निवासी कपिल के रूप में हुई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल कर कातिलों को ढूंढ निकाला और उन्हें गिरफ्तार कर पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठा दिया।

ह​त्यारिन का कबूलनामा: पूछताछ में अभियुक्ता कुदरत द्वारा बताया गया कि गिरफ्तार अब्दुल्ला मेरा सगा भाई है। कपिल चौधरी निवासी न्यू आदर्श नगर रूड़की मुझे दिल्ली में करोलबाग मार्केट में पहली बार करीब दो साल पहले मोबाईल की दुकान में मिला था। जहां से हमारी बातचीत शुरू हुई। हमारी फोन पर काफी बातें होने लगी व हम एक दूसरे को चाहने लगे। कपिल अक्सर दिल्ली आकर मुझ से मिलता रहता था। कपिल ने मुझसे शादी करने का वादा किया था लेकिन अब वह अपने घरवालों के कहने पर कहीं और शादी करने जा रहा था और कह रहा था कि जहां मेरे घरवाले मेरी शादी करेंगे मैं वही शादी करूंगा।

मैं कपिल से बहुत प्यार करती थी तथा उसके द्वारा कही और शादी किये जाने की बात मैंने अपने छोटे भाई अब्दुल्ला को बतायी तो वह बहुत गुस्सा हुआ। इस पर हम दोनों भाई बहन ने कपिल चौधरी को जान से मारने की योजना बनाई। योजना के तहत मैंने कपिल को फोन कर मिलने को कहा तो वह तैयार हो गया तथा हमे हरिद्वार आने को कहाँ। हम दोनों भाई बहन दिनांक 08.09.2023 की शाम को बस से हरिद्वार आ गये थे, जहां पर हमने ऋषिकुल में एक फेरी वाले से घटना को अंजाम देने के लिए एक चाकू खरीदा व अपने पास छुपाकर रख लिया। कुछ देर बाद कपिल अपनी कार लेकर आया तो मैने कपिल से मसूरी घुमाने के लिए बोला।

फिर हम लोग कपिल की कार से उसके साथ हरिद्वार से मसूरी आ गये। हम लोग 09.09.23 को सुबह के समय मसूरी से कुछ पहले भट्टा फॉल के पास होटल रोटी चाय सेवन नाईट होटल में रूम न0-106 में रूके। योजना के तहत मेरे भाई अब्दुल्ला ने रात को समय करीब चार बजे के आस पास गहरी नींद में सोते समय कपिल का चाकू से गला काट दिया। कपिल के मरने के बाद हम दोनों ने उसके शव को बैड के नीचे छुपा दिया तथा खून से सनी चादर, तकिये के कवर व चाकू को हमने होटल के पीछे झाडियों में फेंक दिया।

इसके बाद हम लोग कपिल की कार लेकर बिना होटल वालों को बताये वहां से भाग गये। उसके बाद हमने कपिल की कार हरिद्वार मे खड़ी कर अपने घर दिल्ली चले गये थे। पूछताछ में कुदरत ने बताया कि मैं कपिल से बहुत प्यार करती थी, मैंने अपने हाथ की कलाई पर उसका नाम भी लिखा रखा है, पर वह मुझे धोखा दे रहा था, जिस कारण गुस्से में आकर मैंने अपने भाई के साथ मिलकर कपिल का चाकू से गला काटकर उसकी हत्या कर दी।



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