नवीन चौहान। हरिद्वार लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी भावना पांडे को लेकर भाजपा पहले से ही गंभीर दिख रही थी। यही वजह थी कि वह लगातार भावना पांडे के प्रचार पर नजर रखे हुए थी। भाजपा को डर था कि यदि भावना पांडे चुनाव मैदान में रही तो वह भाजपा प्रत्याशी को काफी वोटों का नुकसान पहुंचा सकती है। जब तक भावना निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी तब तक इतनी चिंता भाजपा को नहीं थी लेकिन जैसे ही उसे बसपा ने टिकट दिया भाजपा की चिंता बढ़ गई।
बसपा का टिकट मिलते ही भाजपा के धुंरधर भावना पांडे के संपर्क में आ गए और उससे वार्ता शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो भाजपा के बड़े नेता ने स्वयं भावना पांडे से बात की। जिसके बाद भावना पांडे ने भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना समर्थन देते हुए बसपा को छोड़ने की बात कही। हालांकि भावना पांडे का जो पहला बयान सामने आया उसमें यही कहा गया कि बसपा का धरातल पर कोई वजूद नहीं है, इसीलिए वह पार्टी छोड़ रही हैं और भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना समर्थन दे रही हैं। आज भावना पांडे विधिवत रूप से भाजपा का झंडा थाम कर प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में जुट जाएंगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी भावना पांडे को जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी भी देगी।