मेरठ। केबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के खिलाफ मंगलवार को दिव्यांग कलेक्ट्रेट परिसर में भूख हड़ताल पर बैठ गए। दिव्यांगों ने डीएम के नाम दिए ज्ञापन में मुख्यमंत्री से केबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर को बर्खाश्त करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक दिव्यांगों की मांग पूरी नहीं की जाती है वह भूख हड़तला जारी रखेंगे।
कलेक्ट्रेट परिसर में दिव्यांग समाज के दर्जनों दिव्यांग सोमवार से कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर रहे है। मंगलवार को वे लोग भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस दौरान केबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दिव्यांगों का आरोप है कि केबिनेट मंत्री ने दिव्यांगों के साथ गाली-गलौंच करते हुए अभ्रद व्यवहार किया है। आरोप है कि मंत्री ने दिव्यांगों के के साथ अभ्रद शब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने यह भी बताया कि 3 दिसंबर 2014 को भी मंत्री ने दिव्यांगों के साथ गाली-गलौंच करके अपमान किया था। नितिन महेश्वरी ने बताया दिव्यांग समाज प्रदेश सरकार से अपने लिए रोजगार की मांग कर रहे है। उन्हें महज 300 रूपये मासिक पेंशन मिलती है। जिससे उनका खर्च चल पाना बहुत मुश्किल है। ऐसे में दिव्यांगों को अपने भरण-पोषण के लिए पूरे माह के लिए कैसे गुजारा करे। उन्होंने प्रदेश सरकार अपनी पेंशन कम से कम 15 सौ रूपये कराने की मांग की। उन्होंने प्रदेश सरकार के नाम दिए ज्ञापन में शाहिद मंजूर को मंत्री पद से बर्खाश्त करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है और उनकी मांग पूरी नहीं होती वह अपनी भूख हड़ताल जारी रखेंगे। रियासत अली, अनुज शर्मा, अमित शर्मा, शहजाद आलम, सुनील शर्मा, वीरेन्द्र पाल, शावेज, रशीद, गजेन्द्र, नीरज आदि भूख हड़ताल में शामिल रहे।