जोगेंद्र मावी
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुंभ—2021 के कार्यों के निरीक्षण के दौरान हरिद्वार में वीआईपी गंगा घाट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कुंभ के कार्यों के लिए राज्य सरकार को जगाने के लिए मां गंगा की मौन साधना की। हरीश रावत ने कहा कि सत्ता में जाते ही मां गंगा के प्रति प्रायश्चित कर लिया था, लेकिन चार साल तक भाजपा की राज्य सरकार ने गंगा के चेनल एस्केप का पाप क्यों अपने माथे पर रखा। उन्होंने कहा कि कुंभ—2021 की तैयारी दूर—दूर तक नजर नहीं आ रही है। अखाड़ा परिषद के साथ अन्य संत महंत भी चुप्पी साधे हुए हैं। हरीश रावत ने कहा कि प्रयागराज और उज्जैन कुंभ के मुकाबले में हरिद्वार के लिए बहुत ही कम धन आवंटित किया गया है। यह अनदेखी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी। राज्य सरकार की बुद्धि शुद्धि को जगाने के लिए उनका प्रयास जारी रहेगा।
पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निरीक्षण कार्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुंभ—2021 पर आज तक स्थिति स्पष्ट तक नहीं हैं। केवल इस तरह से निरीक्षण होने से कुंभ नहीं होगा।
कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद खारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अर्द्धकुंभ—2016 में कई पुल और अनेकों विकास कार्य कराएं, जिनका लाभ आज जनता को मिल रहा है। इस मौके पर युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अमरदीप रोशन, किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश वालिया, राज्य सफाई आयोग के पूर्व चेयरमैन किरण वाल्मीकि ने कहा कि भाजपा केवल बयानों से ही विकास करते हैं। धरातल पर इनका कुछ नहीं है। अब जनता इनकी असलियत जान चुकी है।
मौन साधना में ये नेता हुए शामिल
इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली, पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा, जिला पंचायत सदस्य रोशनलाल, श्रमिक नेता राजबीर चौहान, पूर्व प्रवक्ता मनीष कर्णवाल, रविश भटिजा, ठाकुर रतन सिंह, महानगर महासचिव आकाश भाटी, दीपक जखमोला, तरुण व्यास, नितिन यादव, दीपक मेहरा, नासिर गौड़, शरद शर्मा, किरत पाल रवि, रमन वशिष्ठ, सुमित रावत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरविंद शर्मा, बलराम राठौर, पार्षद महावीर वशिष्ठ, पार्षद कैलाश भट्ट, मनवाल कर्णवाल, शिवम गिरि, नीरज पाल, शुभम जोशी आदि शामिल हुए।