नवीन चौहान.
प्रचंड बहुमत के साथ साल 2017 में सत्ता हासिल करने वाली भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में कांटे के मुकाबले में है। कांग्रेस पार्टी की ओर से भाजपा को सीधी चुनौती मिल रही है। प्रदेश की जनता की वर्तमान स्थिति और जनता के दिल की बात माने तो कांग्रेस सत्ता के करीब पहुंच रही है। जबकि भाजपा को रोचक मुकाबले से गुजरना होगा। फिलहाल तो चुनाव में जीत प्रत्याशियों के चुनावी प्रबंधन पर ही निर्भर है। प्रत्याशी किस प्रकार जनता तक अपनी बात पहुंचा सकते है।
लेकिन भाजपा की हरिद्वार में स्थिति की बात करें तो कलियर सीट सबसे कमजोर है। जबकि रानीपुर और ग्रामीण सीट पर भाजपा सबसे ज्यादा मजबूत स्थिति में है। भाजपा के आदेश चौहान का प्रभाव और उनकी साफ सुथरी छवि जनता के दिलों पर छाई है। रानीपुर के कांग्रेस प्रत्याशी राजबीर चौहान का भेल, शिवालिक नगर और सीमित क्षेत्र में ही पकड़ है। कांग्रेस के कैडर वोट के सहारे राजबीर आदेश से मुकाबला करने की स्थिति में है। जबकि ग्रामीण सीट की बात करें तो भाजपा के स्वामी यतीश्वरानंद दो बार से इस क्षेत्र से विधायक है। उनका इस बार मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत से है। अनुपमा को कांग्रेस वोट बैंक का सहारा है। जबकि मुस्लिम वोट बैंक को अपने हक में मानते हुए मजबूत स्थिति होने का दावा कर रही हैं। यहां पर आम आदमी पार्टी के नरेश शर्मा भी चुनाव मैदान में है। लेकिन मुस्लिम वोट में सेंध लगाने का कार्य स्वामी यतीश्वरानंद कर चुके है। इस लिहाज से स्वामी यतीश्वरानंद की स्थिति भी मजबूत है।