नवीन चौहान
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2021—22 में किसानों को खुश करने का पूरा प्रयास किया गया। बुजुर्गो को भी इनकम टैक्स में छूट देने का लॉलीपोप दिया। जबकि भारत के युवा वर्ग को मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखा दिए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों से लेकर मिडिल क्लास तक को साधने का पूरा इंतजाम किया है। वही 75 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को इनकम टैक्स जमा करने की छूट दे दी गई है। हालांकि इस छूट का लाभ उन लोगों के लिए है, जिनकी कमाई का स्रोत पेंशन के अलावा कुछ और नहीं है। रेल, रोड, मेट्रो समेत तमाम इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के ऐलान के साथ ही वित्त मंत्री ने किसानों के लिए भी कुछ बड़े ऐलान किए हैं।
वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र के लिए 16.5 लाख करोड़ की धनराशि आवंटित करने का ऐलान किया है। हालांकि इससे पूर्व गत वर्ष यह रकम 15 लाख करोड़ रुपये थी। एमएसपी की खरीद जारी रखने का ऐलान किया। न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागत के कम से कम गुना तक बढ़ाने का प्रयास किया है। किसानों को फसलों पर लागत से डेढ़ गुना ज्यादा कीमत देने का प्रयास गया है। किसानों को दिए जाने वाले भुगतानों में भी तेजी की गई है। अर्बन क्लीन इंडिया मिशन के लिए जारी होंगे 1 लाख 41 हजार करोड़ रुपये जारी किए गए है। जबकि स्वच्छता मिशन पर भी 74,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वित्त मंत्री ने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी के लिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर फोकस रहेगा। आत्मनिर्भर भारत योजना और मेक इन इंडिया जैसी स्कीमों पर फोकस रहेगा। आदिवासियों के लिए एकलव्य स्कूल और देश में 100 नए सैनिकों स्कूलों का भी खोले जायेंगे। लेह में नए केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। डिजिटल जनगणना पर 3,760 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे। देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 1,500 करोड़ रुपये के आवंटन का फैसला लिया है। डिजिटल पेमेंट के इंसेंटिव के तौर पर खर्च की जाएगी। वित्त मंत्री ने पश्चिम बंगाल के चाय बागान मजदूरों की स्थिति पर ध्यान दिया। चाय बागान मजदूरों के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटन का ऐलान किया है। जबकि सड़क परियोजनाओं के लिए भी 25,000 करोड़ के आवंटन का ऐलान किया गया है।