नवीन चौहान
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में उथल—पुथल मची हुई है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफे की पेशकश की हुई है। इसी के बीच पार्टी की संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी को संसदीय दल का नेता बनाये जाने पर सहमति बनी। जिसके बाद लोकसभा में कांग्रेस का नेता कौन बनेंगा उसका नाम तय करने के लिए भी सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया गया है।
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के 52 सांसद जीतकर लोकसभा पहुंचे है। लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत की स्थिति पर नजर डाले तो साल 2014 की तुलना में 5फीसदी वोट कांग्रेस को ज्यादा पड़े है। साल 2014 में कांग्रेस को 19.5 फीसदी वोट मिले। जबकि 2019 के चुनाव में 20 फीसदी वोट मिले। वही कई राज्यों कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों को करारी हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस एक बार फिर पूरी ऊर्जा के साथ पार्टी को मजबूत करने की रणनीति बना रही है। वही भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचनाओं के लिए भी एक नई टीम बनाने पर मंथन का दौर जारी है। इसी नई टीम को बनाने से पूर्व कांग्रेस संसदीय दल की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सोनिया गांधी को नेता चुना गया। वही राहुल गांधी ने भी पूरे आत्मविश्वास के साथ कांग्रेस के सभी नेताओं में जोश भरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 52 सांसद इंच—इंच की लड़ाई लडेंगे। कांग्रेस की संसदीय दल के नेताओं के साथ की गई बैठक में राहुल गांधी पूरे आत्मविश्वास से लबरेज दिखाई दिए।