नवीन चौहान
पदमश्री पूनम सूरी ने कहा कि डीएवी संस्था दो नए स्कूलों का जल्द शुभारंभ करेगी। जिसमें बालक और बालिकाओं की शिक्षा निशुल्क होगी तथा हॉस्टल की सुविधा भी मिलेगी। गुरूकुल की तरह इन स्कूलों को संचालित किया जायेगा।
आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा एवं डीएवी प्रबंधकत्र्री समिति के प्रधान पद्मश्री डॉ.पूनम सूरी ने समर्पण दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने आगामी विजन को बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ वैदिक ज्ञान बहुत जरूरी है। इसके लिए संस्कारों की नीव को बचपन से ही मजबूत करना पड़ता है। वर्तमान दौर में शिक्षा के लिए फीस लेना मजबूरी है।
स्कूलों के भवन, रख रखाव का खर्च, वेतन और अन्य आधुनिक सुविधाओं के लिए पैसों की जरूरत होती है। लेकिन वह देश में दो नए डीएवी स्कूल खोलने जा रहे है। जिसमें बालक और बालिकाओं के अलग—अलग स्कूल होंगे। जहां पर शिक्षा, आवास और खाना फ्री होगा। उन्होंने कहा कि उनका उददेश्य महात्मा हंसराज की मुहिम को आगे बढ़ाना तथा स्वामी दयानंद के विचारों को नई युवा पीढ़ी में आत्मसात कराना है।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में आयोजित महात्मा हंसराज के जन्मोत्सव पर समपर्ण दिवस का आयोजन बेहद ही सफल रहा और संदेश सार्थक रहा है।