देहरादून. अब आपको आदि कैलास के दर्शन करने के लिए कड़ाके की सर्दी नहीं झेलनी पड़ेगी। मीलों का सफर केवल सवा घंटे में पूरा हो जाएगा। आप दूर से नहीं बिल्कुल नजदीक से निहार सकेंगे आस्था के पर्वत।
आदि कैलास और ओम पर्वत के दर्शन के लिए अब मीलों सफर और कड़ाके की सर्दी झेलने की जरूरत नहीं है। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने हेलीकॉप्टर से यात्रा कराने की तैयारी पूरी कर ली है। इसमें खर्च ज्यादा होगा लेकिन आप आस्था के इन पर्वतों को दूर से नहीं बिल्कुल नजदीक से निहार सकेंगे। सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो नए साल से दर्शन का सिलसिला शुरू हो जाएगा। केएमवीएन, पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने हवाई सर्वेक्षण करने के बाद इसका रोड मैप भी तैयार कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद आदि कैलास की यात्रा की चाह रखने वालों की संख्या बढ़ गई है। लेकिन ऐसे लोग भी हैं जो आदि कैलास, ओम पर्वत की यात्रा करना चाहते हैं लेकिन समय और सेहत के चलते बहुत लंबा सफर करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे लोगों को उत्तराखंड सरकार हेलीकॉप्टर से दर्शन कराएगी। हवाई सर्वे करने वाले अधिकारियों के मुताबिक हेलीकॉप्टर में बैठे यात्री को खिड़की से ओम पर्वत और आदि कैलास दिखेंगे।
दो दिन का होगा पैकेज:- हवाई यात्रा का दो दिन का पैकेज करीब 70 से 80 हजार रुपये का होगा। यात्रा दिल्ली से शुरू होगी। पहले दिन यात्री हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचकर वहां रुकेंगे। दूसरे दिन आदि कैलास और ओम पर्वत के दर्शन कर पिथौरागढ़ होते हुए दिल्ली वापसी करेंगे। टिकट के मामले में अधिकारियों की रुद्राक्ष एविएशन से वार्ता भी चल रही है। यह यात्रा 18 सीटर एमआई-17 हेलीकॉप्टर से होगी। एक बार में कम से कम 15 और अधिक से अधिक 18 यात्री दर्शन करेंगे। केएमवीएन के एमडी डॉ.संदीप तिवारी ने कहा, ‘आदि कैलास और ओम पर्वत का हवाई सर्वे पूरा हो गया है। जल्द ही रिपोर्ट शासन को सौंप दी जाएगी। अंतिम निर्णय शासन स्तर से ही लिया जाएगा।’