देवभूमि सिविल सोसायटी ने किया शराब फैक्ट्री लगाए जाने का विरोध




नवीन चौहान
देवभूमि सिविल सोसायटी के पदाधिकारियों ने जेपी बड़ोनी के संयोजन में संत समाज के साथ एकत्र होकर नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में शराब खाना खोले जाने के राज्य सरकार के राज्य की मूल अवधारणा के विपरीत लिए गए निर्णय को वापस लिए जाने की मांग की।
इस अवसर पर समाजसेवी जेपी बड़ोनी ने कहा कि राज्य सरकार शराब माफियाओं के साथ गठजोड़ कर राज्य की मूल अवधारण के विपरीत कार्य कर रही है। डडूंवा गांव में शराब फैक्ट्री खोले जाने का निर्णय हितकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाएं साथ दशकों से शराब विरोधी आन्दोलन चला रही हैं। लेकिन राज्य सरकार जनता के साथ धोखा कर जमीने अधिग्रहण कर शराब की फैक्ट्री लगाने का षड़ंयत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में शराब फैक्ट्री को उत्तराखण्ड में नहीं लगने दिया जाएगा। देवभूमि की मानमर्यादाओं को तार तार करने में राज्य सरकार जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसे गलत निर्णय लेकर प्रदेश का स्वरूप समाप्त कर रही है। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि पवित्र देवभूमि हिमालय जो गंगा जमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल है। ऋषि मुनियों की तपोभूमि रही है। ऐसे राज्य की निर्वाचित राज्य वासियों की मूल अवधारणा के विपरीत जिस प्रकार से राज्य में चार शराब कारखानों की अनुमति प्रदान कर रही है। इसको अविलंब रोका जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार देने के बजाए शराब फैक्ट्रीयां खोली जा रही हैं। जिसे राज्य हित में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तत्काल इस निर्णय को वापस लिया जाए। वरना सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन चलाया जाएगा।
सामाजिक सेना प्रमुख विनोद महाराज ने कहा कि देवभूमि की मान मर्यादाओं को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। उत्तराखण्ड में शराब फैक्ट्रीयां लगेगी तो यहां का युवा बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए। विनोद महाराज ने कहा कि शराब माफिया प्रदेश की जनता के विपरीत कार्य कर रहे हैं। जिस प्रकार शराब को घर घर पहुंचाया जा रहा है। उससे कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके हैं। नौकरशाह एवं नेताओं के संयुक्त गठबंधन से राज्य की पवित्रता को नष्ट करने का काम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारी विशाल गर्ग ने कहा कि यदि सरकार इस जनविरोधी फैसले को वापस नहीं लेती है तो जनता सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाने पर विवश होगी। ऋषि मुनियों की तपस्थली पर अधर्म के कार्यो को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्मनगरी को भी मद्यनिषेध किया जाना चाहिए। युवा पीढ़ी नशे चंगुल में पूरी तरह फंस चुकी है। सोसायटी के पदाधिकारियों ने देवपुरा चौक से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक नशे के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया। जिसमें सैकड़ों संतो ंने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अश्विनी सैनी, पवन कृष्ण शास्त्री, सोमपाल कश्यप, रवि जैन, पंडित विष्णु, सरिता पुरोहित, मयंक पुरोहित, कमल, रामकुमार दीक्षित, जितेंद्र, एमडी शास्त्री, रोहित शर्मा, स्वामी प्रकाशानंद महाराज, स्वामी अद्भूत महाराज, नरेश कुमार, दीपक शर्मा, सोनू अरोड़ा, सुनील अग्रवाल, गोपाल कृष्ण बड़ोला, धानसिंह बिष्ट, वीरसिंह, प्रभू सिंह आदि शामिल रहे।



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