नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शी सोच अब उत्तराखंड के सभी राजनैतिक दलों की मुहिम बन गई है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस भी मुहिम में बढ चढ़कर प्रतिभाग कर रहा है। जी हां हम बात कर रहे रक्तदान शिविर के आयोजनों की। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोरोना संक्रमण को लेकर शुरूआती दौर से ही संजीदा रहे। उन्होंने कोरोना संक्रमण से जनता को सुरक्षित बचाने के लिए तमाम प्रभावी कारगर कदम उठाए। आज जब उनके नाम के आगे पूर्व शब्द जुड़ चुका है लेकिन जनता की सेवा में उनके उत्साह में कोई कमी नही है। वह अपनी सकारात्मक और दूरदर्शी सोच के साथ प्रदेश की जनता के लिए सकारात्मक प्रयासों में जुटे है। इसी के चलते कोरोना संकट की घड़ी में रक्त की कमी को पूरा करने की उनकी मुहिम सैंकड़ों मरीजों का जीवन बचाने में एक सफल प्रयास है। जिसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम होगा। डोईवाला, हरिद्वार के बाद देहरादून में उनके रक्तदान शिविरों के सफल आयोजन के बाद अब प्रदेश भाजपा संगठन ने रक्तदान शिविरों के आयोजन को अपनी मुहिम का हिस्सा बना लिया है। कांग्रेस भी रक्तदान शिविरों का आयोजन कर जनता से जुड़ चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहले रक्तदान फिर टीकाकरण की मुहिम को शुरू किया था। रक्तदान शिविर तो सामान्य तौर पर चलते ही रहते है। लेकिन 14 मई को देहरादून के डोईवाला के शहीद दुर्गामल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित शिविर को लेकर कोई खास चर्चा नही हुई। उसके बाद 17 मई 2021 को हरिद्वार के पंडित नारायण दत्त तिवारी यूथ हॉस्टल में आयोजन ब्लड कैंप में भी 53 यूनिट रक्त जुटाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद रक्तदाताओं के बीच मौजूद रहकर उनका हौसला बढ़ाते दिखे। उसके बाद 24 मई 2021 को पवेलियन ग्राउंड में आयोजित रक्तदान शिविर का आयोजन भी बेहद भव्य हुआ। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने शिविरों में जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना का संकट बड़ा जरुर है, लेकिन हमारा हौसला उस से भी बड़ा है। संकट के इस दौर में मिलकर हमें जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना है तथा स्वयं को बचाते हुए इस महामारी पर विजय प्राप्त करनी है। सोशल मीडिया के माध्यम से रक्तदान शिविर में हिस्सा लेने के लिए युवाओं से आहृवान किया। जिसके बाद प्रदेश भाजपा, भारतीय युवा मोर्चा रक्तदान की मुहिम का हिस्सा बन गए। कांग्रेस ने भी राजनीति से ऊपर उठकर मानव सेवा का संकल्प करते हुए रक्तदान की मुहिम शुरू की। कुल मिलाकर कहा जाए तो रक्तदान की यह मुहिम प्रदेश स्तर पर चल रही है। कई सामाजिक संगठन भी अपने स्तर पर रक्तदान करने में जुटे है। फिलहाल कोरोना संक्रमण की भयावता को नजरअंदाज नही करना चाहिए। अस्पताल में दम तोड़ने मरीज और बिलखते परिजनों की आंखों से बहने वाले आंसू मानव सेवा करने की प्रेरणा देते है। हमे सभी को इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहिए।