नवीन चौहान.
हरिद्वार। स्वामी रामदेव ने बताया कि प्रस्तावित पतंजलि गुरुकुलम् वैदिक एवं आधुनिक शिक्षा का अद्भुत समन्वय होगा। यहां आधुनिक विषयों के साथ सनातन वैदिक परंपरा के परिचायक वेद, दर्शन, उपनिषद्, श्रीमद्भगवद्गीता, पंचोपदेश आदि के अध्ययन की व्यवस्था होगी। यहां पांच भाषाओं की पढ़ाई भी कराई जाएगी।
मीडिया से वार्ता के दौरान स्वामी रामदेव ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने गुरुकुल परिसर में पहुंचकर स्वामी दर्शनानंद की प्रशंसा की थी। गुरुकुल में प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह आदि राष्ट्र के महानायकों ने आकर स्वयं को सौभाग्यशाली समझा।
स्वामी रामदेव ने बताया कि आर्य मनीषियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चौहान समाज ने गुरुकुल की परंपरा को उस समय स्थापित करवाया, जब दमनकारी साम्राज्य हुआ करता था। इस परिसर में पृथ्वीराज चौहान की भव्य प्रतिमा और कम्यूनिटी हाल का निर्माण किया जाएगा। इससे शहर और आस-पास के लोगों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी।
पतंजलि योगपीठ के पतंजलि गुरूकुलम में मेधावी छात्रों को शतप्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी। ऐसा होने से मेधावी छात्रों की पढ़ायी में कोई बाधा नहीं आएगी। पतंजलि योगपीठ अपने 29वें स्थापना दिवस पर धर्मनगरी को शिक्षा के लिए पतंजलि गुरूकुलम की सौगात देने जा रहा है। भव्य रूप में तैयार होने वाले इस शिक्षा के मंदिर के भवन का शिलान्यास केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रखेंगे। कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे।
प्रेसवार्ता के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि गुरुकुलम में 98 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थी को शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी। वहीं, 90 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थी को 25 हजार रुपये वार्षिक शुल्क, 80 प्रतिशत अंक के साथ प्रवेश लेने पर 50 हजार और 75 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थी को 75 हजार रुपये वार्षिक शुल्क पर प्रवेश दिया जाएगा। इससे कम अंक प्राप्त करने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। गुरुकुलम में वर्ष 2024 के बाद करीब पांच हजार विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधा होगी।
उन्होंने बताया कि यहाँ से तीन बड़े प्रकल्प संचालित होंगे जिसमें पहला लगभग 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला 7 मंजिला भव्य पतंजलि गुरुकुलम् होगा। इस गुरुकुल में लगभग 1500 विद्यार्थियों की आवासीय व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त यहाँ लगभग 250 करोड़ की लागत से आचार्यकुलम् की शाखा स्थापित की जाएगी जिसमें लगभग 5000 बच्चे डे-बोर्डिंग का लाभ ले सकेंगे। साथ ही यहाँ महर्षि दयानन्द अतिथि भवन बनाने की भी योजना है।