नवीन चौहान.
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार अवैध खनन को पूर्णतया प्रतिबंधित का प्रयास हुआ है। स्ट्रोन क्रेशर के मुख्य द्वार से वाहन निकलते ही पुलिस खनन सामग्री से भरे वाहनों को पकड़ रही है।
अवैध खनन को रोकने के लिए क्रेशर के मुंशियों को भी खनन सामग्री नहीं देने की हिदायत दी गई है। यहां तक कि खनन सामग्री का रवन्ना लेकर जाने वाले वाहनों को भी माल नहीं दिया जा रहा है। हरिद्वार जिला प्रशासन की यह सख्ती अपने आप में काबिले तारीफ है। जिसका पूरा श्रेय जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को जाता है।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देशों के बाद हरिद्वार में अवैध खनन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। जनपद पुलिस पूरी निगरानी कर रही है। सड़कों पर खनन सामग्री से भरे वाहन गायब हो चुके है। क्रेशर संचालकों के हलक सूखने लगे है। उनके यहां से माल की निकासी बंद हो चुकी है। जनपद के थाना पुलिस की बात करें तो वह क्रेशर पर पहरा दे रही है।