हरिद्वार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हुई मुखर, खिचड़ी मेडिकल शिक्षा के खिलाफ उतरे




नवीन चौहान
हरिद्वार की आईएमए शाखा के पदाधिकारियों ने डॉक्टरों ने एलोपैथ और आयुर्वेद को एक पैथी बनाने के विरोध में दो घंटे का कार्यबहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इससे ऐलोपैथ व आयुष के मिश्रित स्वरूप से एलोपैथ व आयुष दोनों का ही नुकसान होगा। आयुष के विकास की संभावनाए कम रह जाएगी।
आईएमए शाखा के अध्यक्ष डा दिनेश सिंह ने कहा कि आईएमए हर चिकित्सा पद्धति को स्वतंत्र रूप से विकसि​त करने की पक्षधर है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग उठाई कि मॉडर्न मेडिसिन के चिकित्सा में गुणवत्तापूर्वक प्रणाली लागू हो। डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के साथ—साथ उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना है। ताकि अच्छी क्वालिटी वाले चिकित्सक बने। सचिव डा अंजुल श्रीमाली ने कहा कि आईएमए मेडिकल शिक्षा में खिचड़ी तंत्र लाने का पूर्ण विरोध करती है। सरकार से अनुरोध करती है कि इस प्रकार की शिक्षा से चिकित्सकों की गुणवत्ता काफी कम हो जाएगी। आईएमए ने चेतावनी दी है कि 11 दिसंबर को इमरजेंसी और कोविड सर्विस के अलावा देश व्यापी बंद का आह्वान किया।
प्रदर्शन में ये डॉक्टर हुए शामिल
कोषाध्यक्ष डा संदीप शर्मा, डा जसप्रीत सिंह, डा अनू लूथरा, डॉ अंजली मिश्रा, डा मुकेश मिश्रा, डा एसके मिश्रा, डा प्रेम लूथरा, डा विपिन मेहरा, डा आरके सिंघल, डा विकास दीक्षित, डा दीपा शर्मा, डा नीता मेहरा, डा एनके अग्रवाल, डा एसके सोंधी, डा केएन गंभीर, डा कैलाश पांडे, डा राजेश गुप्ता, डा संध्या शर्मा, डा संजय झा, डा के स्वरूप्, डा राम शर्मा, डा आलोक वशिष्ठ, डा एके जैन आदि शामिल हुए।



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