ईमानदार एसएसपी की कार्यशैली का असर जनपद पुलिस पर, जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान,

हरिद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टालरेंस की मुहिम का असर हरिद्वार पुलिस महकमे में तो शत प्रतिशत दिखाई पड़ रहा हैं। हरिद्वार जनपद के थानों की पुलिस पैंसों के लेनदेन से पूरी तरह से तौबा-तौबा कर रही है। पुलिस माफियाओं और अपराधियों पर सख्ती से शिकंजा कस रही है। पुलिस ने खनन कारोबारियों के उस खेल से भी परदा उठा दिया है, जिसको पहले हरिद्वार पुलिस का संरक्षण मिलता था। हरिद्वार पुलिस खनन कारोबारियों और स्टोन क्रेशर संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमे धड़ाधड़ दर्ज कर रही है। ये खनन कारोबारी एक ही रवन्ने पर कई चक्कर खनन सामग्री के इधर से उधर कर देते थे। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते अब खनन कारोबारियों में भी पुलिस का खौफ दिखाई देने लगा है।
साल 2017 में आईपीएस कृष्ण कुमार वीके को संवेदनशील जनपद हरिद्वार के एसएसपी की जिम्मेदारी मिली। अपनी ईमानदार कार्यशैली से पहचाने जाने वाले एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने चार्ज संभालते ही पूरा फोकस हरिद्वार पुलिस से भ्रष्टाचार को दूर करने पर दिया। उन्होंने सबसे पहली प्राथमिकता अपना घर यानि पुलिस महकमे को सुधारने पर दिया। साफ सुथरी छवि के इंस्पेक्टर और उप निरीक्षकों को कोतवाली व थानों की जिम्मेदारी दी। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से जनहित के कार्यो को प्राथमिकता से करने के निर्देश पुलिस के जवानों को दिया। क्षेत्र में होने वाली संगीन से संगीन वारदातों के बाद भी उन्होंने अपने इंस्पेक्टर और थाना प्रभारियों पर पूरा भरोसा किया। पुलिस के जवानों का मनोबल बढ़ाते हुये वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के निर्देश दिये। इसी बीच प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जीरो टालरेंस की मुहिम शुरू की। सरकार की इस मुहिम को पूरा करने के लिये एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने पुलिस महकमे में पूरा जोर लगा दिया। भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही निलंबित और लाइन हाजिर की कार्रवाई तक की गई। एसएसपी के इन सख्त तेवरों को देखने के बाद पुलिस महकमे में उनके नाम का खौफ तक दिखाई देने लगा। पुलिस के नाम पर दलाली करने वाले लोगों ने कोतवाली और थानों से किनारा कर लिया। इसके बाद एसएसपी ने जनपद पुलिस को बेहतर कार्य करने वाले जवानों का मनोबल बढाते हुये पर्सन ऑफ द मंथ की परंपरा शुरू की गई। एसएसपी के हाथों से खिताब पाने की पुलिस में होड़ लगी। पुलिसकर्मियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। भ्रष्टाचार से दूर जनपद पुलिस का निशाना अवैध कार्य करने वाले बने। जनपद पुलिस ने शराब माफियाओं, मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले अपराधी तत्वों को जेल भेजना शुरू कर दिया। पुलिस का अगला निशाना खनन कारोबारियों पर रहा। खनन कारोबारियों की सफेदपोशों से गहरी जड़े होने के बावजूद पुलिस अब इसके खेल से परदा उठाने में जुट गई है। सूत्र बताते है कि जनपद में खनन कारोबारियों से पुलिस की बातचीत पूरी तरह से बंद है। पुलिस की ओर से इन कारोबारियों को कोई मदद नहीं दी जा रही है। पुलिस इनके वाहनों को सीज कर मुकदमा दर्ज कर रही है। आखिरकार ईमानदार एसएसपी कृष्ण कुमार वीके की ईमानदारी का असर खाकी के जवानों में दिखाई देने लगा है। पुलिस की ये प्रवृत्ति भविष्य के लिये शुभ संकेत है। पुलिस को अपना आचरण इसी प्रकार बनाकर रखना होगा। तभी हरिद्वार पुलिस उत्तराखंड की श्रेष्ठ पुलिस कहलायेगी।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *