नवीन चौहान
वैश्विक महामारी कोविड 19 संकट काल के दौरान अपने उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए वर्ष 2020 के प्रतिष्ठित अवार्ड एनएचएम की निदेशक आईएएस सोनिका और एसडीआरएफ की सेनानायक तृप्ति भट्ट को मिला है। दोनों अधिकारियों को सम्मान मिलने पर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में उत्साह है।
कोविड महामारी के दौरान अपने बेहतरीन मानवीय कार्यों से राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त कर एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस ने जहां राज्य का गौरव बढ़ाया है वही अल्प समय में ही राष्ट्रीय पटल पर अपनी अमिट छाप बना कर अपनी स्थापना की सार्थकता को भी सिद्ध किया है। राष्ट्रीय स्तर पर हुए डिजिटल सेमिनार के दौरान एसडीआरएफ की सेनानायक तृप्ति भट्ट ने कोविड संकट काल के दौरान एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस के द्वारा किए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि सम्पूर्ण लॉकडाउन एवं अनलॉक प्रक्रिया के दौरान छः लाख से अधिक प्रवासियों को अनेक राज्यों से सुरक्षित उत्तराखण्ड लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही 70 हजार से अधिक स्टेकहोल्डर्स को प्रशिक्षण एवमं कोविड से बचाव संबंधी जानकारी भी प्रदान की। एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस बल राष्ट्र में प्रथम बल बना जिसने कोविड टेस्टिंग प्रशिक्षण प्राप्त कर टेस्टिंग आरंभ की।
प्रसव पूर्व देखभाल की उपलब्धता पर मिला सोनिका को अवार्ड
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक सोनिका को स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित स्कॉच अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें सिल्वर श्रेणी में पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार गर्भवती महिलाओं को 104 हेल्पलाइन के माध्यम से प्रसव पूर्व देखभाल की उपलब्धता के संदर्भ में किए गए उनके प्रयासों के लिए दिया गया।