नवीन चौहान.
उत्तर भारत में बर्फीली हवा चलने से मैदानी इलाकों में ठंड का अहसास तेज हो गया है। बर्फीली हवाओं के असर से गलन का अहसास जहां तेज हो गया है वहीं कड़ाकें की ठंड ने जनजीवन पर असर डाला है। ठंड से जीवन कांप रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।
मेरठ में बुधवार का दिन सबसे ठंडा रहा। यहां रात का न्यूतम पारा रिकार्ड स्तर पर गिरकर 5.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जबकि दिन का अधिकतम तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 13 सालों में जनवरी के पहले सप्ताह में यह सबसे कम तापमान रहा। ठंड के चलते जनपद के सभी कक्षा आठ तक के स्कूलों में 6 जनवरी तक का अवकाश घोषित किया गया है।
कोहरा भी मैदानी इलाकों में मुश्किल बढ़ा रहा है। कोहरे के असर धूप भी बेअसर साबित हो रही है। लखनऊ में बुधवार की सुबह हुई बारिश से ठंड का अहसास और तेज हुआ है। मौसम विभाग ने ठंड का दौर अभी ऐसे ही रहने की संभावना जतायी है। मौसम विभाग के मुताबिक एक सिस्टम डवलप हो रहा है। उसके असर से वेस्ट यूपी में कूछ स्थानों पर 8 से 10 दिसंबर के बीच हल्की बारिश हो सकती है।
कोहरे के असर की वजह से रेल सेवाएं भी बाधित हो रही है। हवाई उड़ानों पर भी इसका इसर हो रहा है। बसों के पहियों की रफ्तार भी धीमी हो गई है। कोहरे की वजह से हाइवे पर दुर्घटना का अंदेशा भी बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम के साफ होने का अभी इंतजार करना होगा।