नवीन चौहान
जगजीतपुर पुलिस चौकी के समीप हैलीपेड बनाए जाने के विरोध में कनखल के तमाम निजी स्कूल आ गए है। निजी स्कूल संचालकों और प्रधानाचार्यो का तर्क है कि हैलीपेड बनाए जाने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी। हैलीकाप्टर के शोरगुल से बच्चों के मस्तिष्क पर भी प्रभाव पड़ेगा। वीवीआईपी, वीआईपी के आगमन से स्कूली बच्चों के वाहनों को जाम की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वही दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को भी हैलीकाप्टर के शोरगुल से तकलीफ होगी। इसी संबंध में सभी निजी स्कूल संचालक और प्रधानाचार्यो का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत करायेगा और जिला प्रशासन को पत्र प्रेषित करेंगा।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देशों पर एसडीएम सदर पूरण सिंह राणा व तहसील प्रशासन की टीम के सदस्यों ने जगजीतपुर पुलिस चौकी के समीप हैलीपेड बनाये जाने की भूमि का निरीक्षण किया था। भूमि के तमाम दस्तावेजों का अवलोकन करने पर रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे दी गई है। मीडिया के माध्यम से जब हैलीपेड बनाए जाने की खबर निजी स्कूल संचालकों को लगी तो सभी एक स्वर में विरोध में खड़े हो गए। निजी स्कूल संचालकों का तर्क है कि हैलीपेड बन जाने के बाद समस्याओं का अंबार लग जायेगा। तथा बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी।
डीएवी स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल ने बताया कि स्कूल के ठीक सामने हैलीपेड बन जाने से शोलगुल होगा तथा बच्चों का ध्यान भटकेगा। वीआईपी दौरों से जाम की समस्या उत्पन्न होगी।
एसएम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य रमणीक शाह सूद ने कहा कि हैलीपेड से बनने से बच्चों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। एचीवर्स होम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ एके सरकार ने बताया कि करीब एक दर्जन से अधिक निजी स्कूल हैलीपेड की जद में आने से प्रभावित होगे। शिवडेल पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा कि हरिद्वार की आधी आबादी जगजीतपुर पुलिस चौकी के समीप सुबह शाम बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने आती है। ऐसे में स्कूल टाइम पर जाम की समस्या रहती है। वही हैलीपेड का शोरगुल बच्चो के मस्तिष्क को भी प्रभावित करेगा और उनका ध्यान आकर्षित करेगा। हैलीपेड का विरोध करने वालों में गुरूराम राय पब्लिक स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर स्कूल, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल, एसएम पब्लिक स्कूल, एचीवर्स होम पब्लिक स्कूल के अलावा तमाम छोटे स्कूल भी है।