जोगेंद्र मावी
कोरोना के चलते हुए कुंभ—2021 चार महीने का नहीं केवल 48 दिनों का होगा। केवल मार्च और अप्रैल महीने में ही कुंभ के स्नान होंगे। कुंभ की घोषणा फरवरी महीने में होगी। इससे कुंभ आयोजन की तैयारी के लिए मेला शासन प्रशासन को भी दो महीने का समय मिल गया है। यह जानकारी शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने दी। राज्य सरकार के निर्णय को भारतीय अखाड़ा परिषद ने सहमति प्रदान कर दी है।
कुंभ—2021 का पर्व जनवरी महीने में शुरू हो जाता। लेकिन कोरोना के चलते हुए करीब चार महीने सभी काम बंद रहे। हालांकि जितने स्थाई कार्य होने थे वे सभी अंतिम चरण में पहुंच गए हैं, लेकिन सर्दियों में कोरोना वायरस फैलने की आशंका के चलते हुए कुंभ आयोजन के दिव्य और भव्य होने पर सवाल उठते रहे हैं। क्योंकि कोरोना संक्रमण लगाातर फैलता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों में कोराना का दूसरा चरण आ सकता है। इससे एक स्थान पर ज्यादा लोगों को एकत्रित होने से रोकने का है, क्योंकि कोरोना सामूहिक तौर पर फैल सकता है। इसे लेकर कुंभ—2021 को अगले महीने में ले जाने की तैयारी है। राज्य सरकार ने संशय दूर करते हुए इसकी विधिवत घोषणा कर दी है कि कुंभ आयोजन मार्च और अप्रैल महीने में होगा। इससे साफ हो गया है कि जनवरी और फरवरी तक आयोजन की तैयारी की जाती रहेगी।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि कुंभ—2021 आयोजन मात्र 48 दिनों का होगा। कुंभ—2021 की घोषणा फरवरी महीने में कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कुंभ आयोजन के लिए पूरी तैयारी युदृधस्तर पर चल रही है। कुंभ को दिव्य और भव्य कराने की तैयारी चल रही है। प्रयास है कि पूरे देश और विश्वभर से श्रद्धालु कुंभ में पुण्य की डुबकी लगाएं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने राज्य सरकार के निर्णय पर सहमति जताई है। उनका कहना है कि कुंभ का पहला शाही स्नान 11 मार्च को होगा, इससे पहले पड़ने वाले स्नान पर्व आयोजन है। श्रद्धालु आएं और स्नान करें।
यदि जनवरी से शुरू होता कुंभ तो यह होते स्नान
यदि जनवरी—2021 से कुंभ शुरू हो जाता तो 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पहला स्नान होता। दूसरा स्नान 11 फरवरी को मौनी अमावस्या पर, 13 फरवरी वसंत पंचती पर और 27 फरवरी माघ पूर्णिमा पर होता, लेकिन अब कुंभ—2021 को मार्च महीने से शुरू करने की मंशा है तो यह स्नान गौण हो गए हैं, पिछले सालों की भांति आम तरीके से स्नान होंगे।
शाही स्नान की तिथियां
पहला शाही स्नान : 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर,
दूसरा शाही स्नान : 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर,
तीसरा शाही स्नान : 14 अप्रैल को बैसाखी मेष पूर्णिमा पर,
चौथा शाही स्नान : 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर।
यह होंगे पर्व स्नान
14 जनवरी: मकर संक्रांति पर,
11 फरवरी : मौनी अमावस्या पर,
13 फरवरी : वसंत पंचमी पर,
27 फरवरी : माघ पूर्णिमा पर,
13 अप्रैल : नव संवत्सर पर।