दिल्ली की हसीना के जाल में फंस गंवाया पैसा, अपने ही अपहरण की रची साजिश




नवीन चौहान.
दिल्ली एक युवती के हनी ट्रैप में फंसकर एक युवक ने एक लाख रूपये गंवा दिये। युवती ने और डिमांड की तो युवक ने अपने ही अपहरण की कहानी रचकर परिजनों से 10 लाख रूपये की डिमांड कर डाली। मामला हरिद्वार पुलिस के संज्ञान में आया तो थाना पथरी पुलिस ने 48 घंटे में ही घटना का खुलासा करते हुए युवक को बरामद कर लिया।

जानकारी के अनुसार दिनांक 01/03/2024 को इंतजार पुत्र शकूर निवासी बहादरपुर जट थाना पथरी जनपद हरिद्वार ने थाना पथरी पर अपने भतीजे सहबान निवासी बहादरपुर जट थाना पथरी जनपद हरिद्वार की दिनांक 29/02/24 से गुम होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।

एक जवान बच्चे के घर से इस तरीके से गायब होने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह समेत सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल से वार्ता की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

थाना पथरी पुलिस उक्त की तलाश हेतु अलग-अलग प्वाइंटों पर काम कर रही थी कि दिनांक 01-03-2024 की रात्रि को गुमशुदा लड़के के भाई के फोन पर मैसेज आया जिसमें चार युवकों द्वारा भाई को छोड़ने की ऐवज में 10 लाख रुपए की डिमांड की गई, परिजनों द्वारा उक्त सूचना की जानकारी थानाध्यक्ष पथरी को दी गई।

उच्च अधिकारियों के निर्देशित क्रम में थानाध्यक्ष पथरी द्वारा तत्काल उक्त नंबर की सटीक लोकेशन्स की जानकारी लेनी चाहिए लेकिन ज्यादातर समय मोबाइल नंबर बंद होने के कारण सही लोकेशन नहीं मिल पा रही थी और लोकेशन मोबाइल के ऑन ऑफ के साथ-साथ समय समय पर चेंज हो रही थी। दूसरी तरफ हरिद्वार पुलिस द्वारा गाजियाबाद पुलिस से लगातार समन्वय भी बनाए रखा।

लगातार कई सारे एंगल पर एक साथ काम करने और सभी जानकारियों को आपस में जोड़ने के बाद पुलिस टीम को कुछ लीड मिली और टीम ने दिल्ली NCR में पतारसी सुरागरसी व मैन्युअली पुलिसिंग से गाजियाबाद जैसे बड़े शहर में बुद्धि विवेक का प्रयोग करते हुए त्वरित कार्यवाही कर गुमशुदा लड़के को 48 घंटे के भीतर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन/नजदीक से सकुशल बरामद किया गया।

गुमशुदा लड़के से पूछताछ की गई तो अपहरण/गुमशुदगी में नया मोड़ लेते हुए लड़के द्वारा बताया गया कि मैं हनी ट्रैप का शिकार हो गया था तथा लड़की को पैसे देने हेतु मैंने अपने अपहरण की झूठी सूचना अपने परिजनों को दी थी। लड़के ने बताया कि उसके परिजनों को अभी पैतृक जमीन का पैसा मिला था। उसे पता था कि अभी उनके पास पैसा है, इसलिए अपहरण की सूचना मिलने पर वह रकम दे देंगे।

पुलिस ने पूछताछ के बाद घटना का खुलासा करते हुए लड़के को विधिक कार्यवाही कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिजनों द्वारा पथरी पुलिस की त्वरित कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि हमारा बच्चा हमको सकुशल मिल गया यह हमारे लिए सबसे बड़ा तोहफा है।

पुलिस टीम-
1-थानाध्यक्ष रवींद्र कुमार
2-अ.उ.नि. नंदकिशोर
3-कां.789 मुकेश चौहान
4-कां 180 दीपक चौधरी



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