नवीन चौहान.
हरकी पैडी क्षेत्र में पुल से गंगा में छंलाग लगाकर चर्चा में आई 70 साल की दादी के इस स्टंट की जहां कुछ लोग तारीफ कर रहे हैं वहीं तारीफ करने वालों से अधिक उन्हें इस हरकत पर नसीहत दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो की खबर चलने पर पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया और पूरे मामले की जांच बैठा दी।
इस मामले में पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर इस वीडियो का स्क्रीन शाट शेयर करते हुए लिखा कि एक बुजुर्ग महिला का मां गंगा में छलांग लगाते हुए वीडियो सोशलम मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो देखने में लोगों को रोमांचक तो लग रहा है लेकिन ऐसा करना गलत है, ऐसा करना जानलेवा हो सकता है। पुलिस ने इस वीडियो को वायरल न करने की भी अपील की है।
कुशल किशोर ने अपने ट्विटर पर लिखा हरिद्वार पुलिस ने अपनी पूरी जिम्मेदारी दिखाते हुए यह स्टंट न करने की अपील की है, बहुत सही बात है, यदि बुजुर्ग दादी इस स्टंट में सफल रही तो इनको देख कर कितने ही लोग वायरल वीडियो और प्रसिद्धि को देख अपनी जान जोखिम में डालेंगे… गंगा जी में श्रद्धापूर्वक स्नान करें, खिलवाड़ न करें।
एडवोकेट रीमा सहीम ने लिखा हरियाणा की इस दादी की आज सोशल मीडिया पर यह वीडियो बहुत वायरल हो रही है जिसमें उनकी हिम्मत बहादुरी की दाद दिखाई जा रही है.. आप गंगा जी में ऐसे कूद कर बहादुरी का काम नहीं कर रही, आप अपनी जान जोखिम में डाल रही हैं, आप को देखकर क्या पता कोई और ऐसा करें, ऊपरवाला सबको बचाये, अगर ईश्वर ना करें कोई दुर्घटना हो जाति तो इनका परिवार और सभी लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल करते। आप तीर्थ नगरी पूजा करने गंगा स्नान करने आई हैं ना कि ऐसे जोखिम भरे स्टंट करेन, मेरा सभी से निवेदन है कि ऐसे स्टंट्स ना करें ना करवाएं, हरिद्वार को तीर्थ नगरी रहने दे।
सचिन गुप्ता ने अपने अकाउंट पर लिखा कि कोई बोले पुराने घी का कमाल है, कोई बोले माताजी ने गजब कर दिया कोई बोले पुलिस ने जांच क्यों बिठा दी पर एक बात पक्की है अगर माताजी को कुछ हो जाता तो यही जनता सबसे ज्यादा गाली गंगा सभा और उत्तराखंड पुलिस को देती और बेचारे गोताखोर खाना पीना छोड़ माताजी को गंगा जी में खोजते रहते कहां गयी… जितने मुंह उतनी बातें पर कोई समझदारी का काम नहीं किया माता जी ने.. ये जो आप बुद्धिजीवी रोजाना खबर पढ़ते हो न कि गंगा जी में दो बह गए चार बह गए जो भी कुछ इसी तरह के होते हैं..
अमित बिश्नोई ने लिखा सर इस मामले में उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने इस वीडियो को बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया। शोभित चौहान ने इसका समर्थन करते हुए लिखा बिलकुल सही बात कुछ जिम्मेदार व्यक्तियों ने भी ये वीडियो शेयर किया है जो कि गलत है।
अमित शर्मा ने लिखा कि कोई दोबारा ऐसा न कर पाएं, गंगा तीर्थ और इतनी भीड़ में ऐसा करना और लोगों को इस बात को लेकर बुजुर्ग की शान में कसीदे पढ़ना स्वीकार नहीं होना चाहिए, एडवेंचर चाहिए तो टिहरी झील जाकर वाटर स्पोर्टस कर सकते हैं, ये कोई साहस का प्रमाण नहीं है, भगदड़ डूब की स्थिति हो सकती थी, वैसे भी शास्त्रों में गंगा जी में कूदने की मनाही है, ये कोई सिंचाई नहर नहीं गंगा मां है, डेवलपमेंट नहीं एंटरटेनमेंट के चाहने वाले अधिक है अब, लाइन आफ कंट्रोल की जंग जीती हो, ऐसी पोस्ट डाली जा रही है।
सुखपाल प्रजापति ने लिखा कि माना दादी को अच्छी तरह तैरना आता हो पर सही मायने में यह गलत है। ऐसे ही बड़ी संख्या में लोगों ने अपने सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर दादी की इस हरकत की निंदा की है। अधिकतर लोगों का यही कहना है कि यह मां गंगा है, कोई पयर्टक और एडवेंचर स्थल नहीं। यहां लोग केवल श्रद्धा से मां गंगा में डुबकी लगाए। एडवेंचर और रोमांच के लिए उत्तराखंड में कई स्थल है लोग वहां जा सकते हैं।