नवीन चौहान, हरिद्वार। पत्नी थी गांव की प्रधान और बैठक में बोलने लगे पति तो हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया है। डीएम दीपक रावत ने प्रधान पति पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिये है। ये पहला मामला है जब किसी प्रधान पति पर मुकदमा दर्ज हुआ है। जबकि इससे पूर्व भी कई गांवों की महिला प्रधान होने के बावजूद सरकारी बैठकों में उसके प्रतिनिधि के तौर पर पति ही प्रतिभाग करते रहे हैं। इस प्रकरण के बाद प्रधान पतियों के सुर धीमे पड़ेंगे। जबकि महिला प्रधान को खुलकर बोलने और क्षेत्र की जनता की आवाज उठाने का मौका मिलेगा।
गुरूवार को डीएम दीपक रावत बहादराबाद विकास खंड में बीडीसी की बैठक ले रहे थे। इसी दौरान बूढाहेडी गांव की महिला प्रधान मुंतजायरा अपने पति यूनिस के साथ बैठक में पहुंची। यूनिस बतौर प्रधान प्रतिनिधि के तौर पर अपना पक्ष रखा। जिस पर डीएम ने आपत्ति की। यूनिस अपनी बात को कहते चले गये। जिसके बाद डीएम दीपक रावत ने बैठक को बीच में रोकते हुये विकास खंड अधिकारी सतेंद्र सिंह धमांदा को आरोपी प्रधान पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिये। जिसके बाद बैठक पूरी की गई। ब्लाक प्रमुख सुरेशो देवी की अध्यक्षता और ग्राम विकास अधिकारी विनोद मिश्रा के संचालन में आयोजित बैठक में गांवो के विकास और सौंदर्यकरण को लेकर कई प्रस्ताव पारित किये गये। बहादराबाद पुलिस ने मुकद्मा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।