काजल राजपूत.
हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी के नाम की घोषणा करने से पहले संघ की एक टीम बेहद गोपनीय सर्वे करने में जुटी है। हरिद्वार की जनता की पसंद और नापसंद की जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ संतों से भी बातचीत की गई है। इससे यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरिद्वार सीट पर भाजपा प्रत्याशी का नाम सार्वजनिक करने में भाजपा हाईकमान कोई जल्दी में नहीं है। हरिद्वार को एक जनप्रिय नेता मिलने जा रहा है। जिसकी छवि बेहद साफ सुथरी होगी और जनता के दुख दर्द को समझने की सूझबूझ होगी।
हालांकि बीते कुछ दिनों में चर्चाओं के आधार पर मीडिया की ओर से कई हेवीवेट नाम प्रत्याशी के तौर पर पेश किए गए है। भाजपा के कार्यकर्ता अपने चहेते नेताओं का नाम को ऊपर लाने के लिए चर्चाओं में ला रहे है। कुछ समर्थकों ने तो बाकायदा अपने नेता के समर्थन में पूरा बखान तक कर डाला है। लेकिन मीडिया की तमाम खबरे हवा हवाई है। क्षेत्र में चर्चाओं पर आधारित है। जिसको लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। वास्तविकता यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सोच के आगे सभी चर्चाएं, बस चर्चा ही बनकर रह जाती है।
मोदी जी चुनाव को एक युद्ध की तरह लड़ते है। अमित शाह एक सेनापति की भांति जीतने का प्रयास करते है। इसीलिए हरिद्वार सीट पर वह संघ के सर्वे को ही आधार बनाकर प्रत्याशी घोषित करेगी। संतों की सिफारिशों का हरिद्वार सीट पर कोई प्रभाव दिखाई नही पड़ेगा। भाजपा का हरिद्वार प्रत्याशी बेहद साफ छवि का स्पष्ट वक्ता और दूरदर्शी सोच वाला व्यक्तित्व होगा। संघ के सर्वे की कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने वाला होगा। फिलहाल अटकलों का दौर जारी है। कुछ दिनों का इंतजार लंबा होने की संभावना है।