अनुराग गिरी
हल्द्वानी। आजादी के बाद जो युद्ध हुये है उनके सैनिकों को सम्मानित करने हेतु हल्द्वानी में पहली बार प्रदेश सरकार की ओर से सैनिक सम्मान समारोह आगामी 25 फरवरी को आयोजित किया जायेगा। सम्मान समारोह को भव्य एवं सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न कराने हेतु विधायक मंसूरी एवं कार्यक्रम संयोजक गणेश जोशी की अध्यक्षता में सर्किट हाउस मे बैठक आयोजित हुई।
बैठक में कार्यक्रम संयोजक गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है, प्रदेश में कुल जनसंख्या का 16 प्रतिशत सैनिक व अर्द्धसैनिक है, जो देश के हर मोर्चे मेे अपना महत्वपूर्ण योगदान देते है। उन्होने कहा प्रदेश सरकार सैनिकों के सम्मान हेतु कटिबद्ध है, मुख्यमंत्री स्वयं सैनिक के पुत्र है।
उन्होने कहा सैनिक सम्मान समारोह कुमाऊं के गेटवे हल्द्वानी में पहली बार आयोजित हो रहा है जिसमे स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत वीरता पदक प्राप्त सैनिकों को सम्मानित करेगे। इसलिए कार्यक्रम को भव्य बनाने में सभी बढ़चढ कर प्रतिभाग कर अपना महत्वपूर्ण सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि सम्मान समारोह मे वीर सैनिको के साथ ही वीरांगनायें व सैनिक परिवार प्रतिभाग करेंगे। कार्यक्रम स्थल चयन एवं सफल बनाने हेतु बैठक में जनपद के सैनिक कल्याण अधिकारी के साथ सैनिक ब्लाक प्रतिनिधियो से सुझाव लिये गये, और प्रशस्ति पत्र प्रारूप, होर्डिग्स, पोस्टर आदि द्वारा प्रचार प्रसार विस्तृत विचार विमर्श किया गया। उन्होने सैनिक कल्याण अधिकारी से कहा कि वे कुमायू के सैनिक संगठनों से वार्ता कर अधिक से अधिक सैनिकों को कार्यक्रम में प्रतिभाग करायें।
बैठक में सैनिक कल्याण एव पुर्नवास अधिकारी मेजर सेनि. बीएस रौतेला ने बताया कि सम्मान समारोह में लगभग 469 वीरता पदक प्राप्त सैनिकों को सम्मानित किया जायेगा। उन्होने कहा कि समारोह के भव्य बनाने हेतु नैनीताल के साथ ही अन्य जनपदों के सेवानिवृत्त सैनिको एव वीरांगनाओ से सम्पर्क किया जा रहा है। बैठक में सैनिक ब्लाक प्रतिनिधियों द्वारा समस्याओं से भी अवगत कराया गया।
बैठक में धीरेन्द्र सिह पंवार, अपर जिलाधिकारी हरवीर सिह, उपनिदेशक सैनिक कल्याण पुर्नवास पीबी गुरंग, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप विष्ट, सुबेदार मेजर हयात सिंह, जगदीश चंन्दोला, सूबेदार बलवीर सिह, महेन्द्रसिंह, मंगल सिंह, नायब सुबेदार आनन्द सिंह, हवलदार चन्द्रमोहन, हवलदार खडक सिंह, ना.सू. धनसिह धामी सहित कुमाऊं के जनपदों के ब्लाक सैनिक प्रतिनिधि मौजूद थे।