video डीएवी सेंटेनरी स्कूल में गमगीन माहौल में शिक्षक दिवस, दिवंगत नम्रता सैनी को श्रद्धांजलि





नवीन चौहान
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में बेहद ही गमगीन माहौल में शिक्षक दिवस मनाया गया। जहां डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्ण के जन्मदिन के अवसर पर उनका माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि दी गई। वही स्कूल की शिक्षिका नम्रता सैनी के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया और उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।

दिवंगत नम्रता सैनी को श्रद्धांजलि


5 सितंबर को देश के विद्धान शिक्षक, शोधकर्ता डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्ण के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा है। इसी अवसर पर डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल की एक विद्धान शिक्षिका नम्रता सैनी के आकस्मिक निधन पर माहौल बेहद गमगीन रहा। स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल, सीनियर विंग की इंचार्ज हेमलता पांडेय और जूनियर विंग की इंचार्ज कुसुम बाला त्यागी ने सर्वप्रथम डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्ण के चित्र पर माल्यापर्ण किया और पुष्प अर्पित किए। तत्पश्चात दिवंगत नम्रता सैनी के व्यक्तित्व पर कुसुम बाला त्यागी ने प्रकाश डाला।


कुसुम बाला त्यागी ने बताया कि नम्रता एक अच्छी स्टूडेंट होने के साथ एक गणित की विद्धान शिक्षिका भी थी। किसी भी कठिन कार्य को सरलता से कर पाना उनकी सबसे बड़ी खूबियों में शुमार रहा। कक्षा पांच में कक्षा की मॉनीटर बननेे से उनके अंदर एक आत्मिक विश्वास की भावना प्रबल हुई। जिसने उसको अपने नाम की तरह ही नम्र और नेतृत्व करने की क्षमता से परिपूर्ण बनाया। लीडरशिप करने की उनकी आदत ने एक शिक्षिका के तौर पर उनको लगनशीन अध्यापक बनाया। उनके अंदर सीखने की ललक रही और बच्चों को सरलता से पढ़ाने का जज्बा दिखाई दिया। कक्षा में उसकी छोटी सी मुस्कराहट और चेहरे पर आत्मविश्वास ने उसको एक सफल अध्यापक बनाया। त्यागी मैम ने बताया कि नम्रता स्कूल की तमाम गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थी। मिलनसार व्यवहार था। उसका निधन डीएवी के लिए अपूरणीय क्षति है।
प्रिया भिंडर मैम ने बताया कि नम्रता मैम में गुणों का अपार भंडार था। जिंदगी के आखिरी पलों में भी उनके साथ रही। जीवन के आखिरी क्षणों में भी चेहरे पर सौम्यता दिखाई दे रही थी। हमको यह अंदाजा बिलकुल नही था कि वह हमें छोड़कर इस दुनिया से चली जायेगी। चेहरे पर सकारात्मक भाव आखिरी पलों में भी दिखाई दिया। नम्रता ने मेरे साथ बीएड किया। इस दौरान जो संबंध बना आखिरी तक बरकरार रहा। नम्रता मेरी बहन की तरह थी। उसी ने मुझे डीएवी में नौकरी के लिए प्रेरित किया। वह एक महान प्रेरणादायक थी।
सुषमा शर्मा मैम ने बताया कि नम्रता का जाना डीएवी की एक अपूरणीय क्षति है। स्किन की समस्या होने के चलते भी वह सकारात्मक ऊर्जा से कार्य करती रही। साइकिलिंग के लिए प्रेरणा दी। हमारी हर समस्या के समाधान करने का मंत्र नम्रता सैनी के पास था। मेरी अच्छी मित्र थी।
शिखा भारद्वाज मैम ने बताया कि नम्रता हमारी रोल मॉडल थी। इंटरव्यू के दौरान का वाक्या सुनाते हुए बताया कि मेरे ससुर की मृत्यु हो गई। दुख की घड़ी में नम्रता मुझे स्कूल लेकर आई। स्कूल में मुझे नियुक्ति मिली तो नम्रता के चेहरे पर प्रसन्नता का भाव था। उसने कहा कि मैंने अपना वायदा पूरा किया। नम्रता ने लोगों को जोड़ना सिखाया। आज वह शरीर से हमारे साथ नही है लेकिन हमारे मन मस्तिष्क में सदैव हमारे साथ है। हर पल हर दम हम नम्रता को महसूस करेंगे।
कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज ​कपिल ने भी नम्रता सैनी को विनम्र श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हमने अपनी एक बहुत कर्मठ शिक्षिका को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वह सभी विभागों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती थी। नम्रता के रिक्त स्थान को भर पाना असंभव है। भगवान से प्रार्थना है कि अपने श्री चरणों में स्थान दे और उसकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी ने नम्रता सैनी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि जिंदगी में संघर्ष करना और लक्ष्य हासिल करने की प्रेरणा का नाम ही नम्रता है। कठिन चुनौतियों में जीत हासिल करना नम्रता की खूबियों में शामिल रहा। जिन परिस्थितियों में नम्रता ने पढ़ाई की और एक ​सफल शिक्षिका का दर्जा हासिल किया, अपने आप में ही प्रेरणादायक है। मेरी बेटी की तरह थी। दुख शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता है। ईश्वर अपने श्रीचरणोें में नम्रता को स्थान दे और मां गंगा उसकी आत्मा को शांति प्रदान करें।

शिक्षक दिवस के पर्व पर डीएवी स्कूल में दिवंगत शिक्षिका नम्रता सैनी को याद करके सभी की आंखों में आंसूओं का सैलाब उमड़ आया। अपने बीच में सबसे होनहार शिक्षिका को नही देखकर सभी की आंखे नम दिखाई दी। भावुक क्षणों में स्कूल के समस्त स्टॉफ ने भारी हृदय से अपने साथी को श्रद्धांजलि दी।
न्यूज127 परिवार की ओर से एक ईमानदार, मेहनती और प्रेरणादायक किरदार को निभाकर इस दुनिया को अलविदा करने वाली महान शिक्षिका नम्रता सैनी को विनम्र श्रद्धांजलि। न्यूज127 डीएवी परिवार का अभिन्न अंग है। नम्रता की कार्यशैली से बखूवी परिचित रहा है। हमारी छोटी बहन नम्रता भले ही आप हमारे बीच नही हो। लेकिन छोटी आयु में खुद को महान बनाने की जो सीख तुमने दी। वह हमे सदैव प्रेरित करेगी। इस संसार में आयु लंबी होना कोई मायने नही रखता, किरदार जीवंत होना चाहिए। तुम सदा जीवित रहोगी। हमारे दिल में सदा जिंदा रहोगी।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *