मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शिता से गठित क्यूआरटी लोगों के लिए साबित हो रही वरदान




नवीन चौहान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शिता से गठित हुई सीएम क्यूआरटी से लोगों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा कार्यक्रम यानि सीएम क्यूआरटी(क्विक रेस्पॉन्स टीम) से जन समस्याओं का तत्काल निवारण हो रहा है। सीएम क्यूआरटी अक्टूबर—2020 में शुभारंभ किया गया था। इस सेवा ने 1 अक्तूबर— 2020 से कार्य करना प्रारंभ किया। तब से लेकर 31 दिसंबर 2020 तक इस शिविरों के जरिए प्रदेशभर में लोगों की कुल 4025 शिकायतें विभिन्न विभागों को प्राप्त हुई जिनमें से 2904 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। यानि अब तक 70 प्रतिशत शिकायतों का निस्तरण किया जा चुका है।
उत्तराखंड सरकार की दूरगामी नीतिके अंतर्गत जरूरतमंदों की बुनियादी समस्याओं के निदान की दिशा में गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार आदि शामिल हैं। राज्य सरकार का मानना है कि प्रदेश के निवासियों को मूलभूत सुविधाएं समय पर मिलें और कोशिश है कि सबकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति समय पर सुनिश्चित हो सके। यदि कहीं पर किसी की कोई शिकायत हो तो उसका तत्काल निदान किया जाए।
सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए आमजन को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। यह सुनिश्चित करने के लिए माह अक्टूबर में शुरू किया गया मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा कार्यक्रम यानि सीएम क्यूआरटी(क्विक रेस्पॉन्स टीम) तेजी से अपने लक्ष्यों को हासिल करने की ओर अग्रसर है। बीते तीन माह में इस सेवा के जरिए 70 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की समस्याओं का निराकरण किया गया। जबकि शेष शिकायतों पर भी कार्यवाही गतिमान है।
इसी उद्देश्य के साथ अक्तूबर महीने में प्रदेश के सात जिलों में मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसमें जिला स्तर पर शिविरों का आयोजन जिलाधिकारी-सीडीओ के स्तर से किया जा रहा है। सेवा को 21 सितंबर से शुरू किया गया लेकिन आधिकारिक रूप से जिलों में इस सेवा ने 1 अक्तूबर— 2020 से कार्य करना प्रारंभ किया। तब से लेकर 31 दिसंबर 2020 तक इस शिविरों के जरिए प्रदेशभर में लोगों की कुल 4025 शिकायतें विभिन्न विभागों को प्राप्त हुई जिनमें से 2904 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। यानि अब तक 70 प्रतिशत शिकायतों का निस्तरण किया जा चुका है।
इस विभागों की शिकायतों का हो रहा निदान
बिजली, सड़क, सिंचाई, वन, जलसंस्थान, पेयजल निगम, जल संस्थान, स्वजल, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास, कृषि विभाग, राजस्व विभाग, पशुपालन विभाग, समाज कल्याण, उरेडा, जिला पंचायत, दूरसंचार, मंडी समिति, उद्यान विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि एवं भूमि संरक्षण, पर्यटन विभाग, पुलिस, पीएमजीएवाई, नलकूप विभाग, खाद्य आपूर्ति, उपकोषागार, ग्रामीण निर्माण विभाग, नगर पालिका आदि
अक्टूबर माह में निस्तारित समस्याएं
जिला    –   समस्या  –     निदान
पौड़ी    –    542  –           475
रूद्रप्रयाग  – 120   –        90
टिहरी  –   220    –      168
उत्तरकाशी –  112  –   87
चमोली – 167  –  –   100
नवंबर माह में निस्तारित समस्याएं
जिला —   समस्या   –  निदान
पौड़ी   —  430    –    400
रूद्रप्रयाग  – 110  —   78
टिहरी –   195   —   108
देहरादून —   330  —   225
उत्तरकाशी — 167   —   98
चमोली–  221    —    178
दिसंबर माह में निस्तारित समस्याएं
जिला  –     समस्या     —  निदान
पौड़ी   –   697   —    500
रूद्रप्रयाग  –   157 —   90
टिहरी   —  282    —   147
देहरादून — 275  —   160
उत्तरकाशी —  267   —   179

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