गगन नामदेव
दगाबाज दोस्त ने अपने ही मित्र की मां के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। मां ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई तो चोरी के राज से पर्दा उठा। उत्तराखंड पुलिस की महिला उप निरीक्षक ने आरोपी को 9 घंटे के भीतर ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। चोर की निशानदेही पर लाखों के गहने बरामद कर लिए गए है। महिला उप निरीक्षक की कार्यकुशलता से प्रभावित होकर एसपी बागेश्वर मणिकांत मिश्रा ने एक हजार का नकद इनाम दिया है।
बागेश्वर जिले के थाना कांडा में पीड़िता नीमा कांडपाल पत्नी मदन मोहन कांडपाल निवासी नागकंन्याल ने पुलिस को बताया कि वह सुबह दूध दोहने अपनी गोशाला गई थी। इसी दौरान पडोस में ही रहने वाला धवन कांडपाल पुत्र राधवेंद्र कांडपाल घर में घुस गया। कमरे के अंदर बक्से में रखे, 01 नथ, 01 गले का मंगलसूत्र, 02 कान के झुमके, 01 नाक की फुल्ली चोरी कर ली। नीमा कांडवाल ने बताया कि पड़ोसी धवन कांडपाल उसके लड़के का दोस्त है। जिसके चलते उसका घर में आना-जाना है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने कमेडी देवी चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक सुरभि राणा को इस मुकदमे में सच्चाई का पता लगाने और वास्तविक अपराधी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। सीओ बागेश्वर महेश चंद्र जोशी ने महिला उप निरीक्षक सुरभि को मार्गदर्शन दिया तथा पुलिस की दो टीमें गठित की गई। पुलिस टीमों ने आस-पास के लोगों के पूछताछ की। पुलिस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए 09 घंटे के भीतर ही अभियुक्त धवन कांडवाल को धपोली के पास गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह चोरी का सामान में बेचने जा रहा था। चोरी के खुलासे में उप निरीक्षक सुरभि राणा की महत्वपूर्ण सराहनीय भूमिका रही। पुलिस टीम में मदन सिंह, राजकुमार, कमल मेहरा, अशोक कुमार, जीवन पांडे का सहयोग रहा।