जिलाधिकारी सी रविशंकर की कर्तव्यनिष्ठा के नाम रहा साल 2020




नवीन चौहान
साल 2020 हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर की कर्तव्यनिष्ठा के लिए याद किया जाता रहेगा। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कोरोना संक्रमण काल की तमाम विपरीत परिस्थितियों में एक कुशल प्रशासक के तौर पर अपनी भूमिका का निर्वहन किया। डीएम ने जनता की मनोभाव से सेवा करने में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता बरती। उन्होंने आपदाग्रस्त जन मानस की समस्याओं को दिल से महसूस करते हुए, इन तमाम समस्याओं को दूर करने का हरसंभव प्रयास किया। पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने से लेकर उनकी तमाम जरूरतों को पूरा करने में सहयोग किया। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपनी महत्वपूर्ण ​भूमिका अदा की। कोरोना संक्रमण के चलते उत्पन्न हुई बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने युवाओं को स्वावलंबी बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल बढाया तो लापरवाही करने पर दंडित करने में भी देरी नहीं की।
साल 2020 की पहली फरवरी को हरिद्वार में जिलाधिकारी पद पर 2009 बैंच के उत्तराखंड कैडर के आईएएस सी रविशंकर को भेजा गया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रैट भवन का निरीक्षण किया और हरिद्वार की तमाम भौगोलिक जानकारी जुटाई। उन्होंने हरिद्वार जनपद में विकास योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए विजन तैयार किया। इसी दौरान कोरोना संक्रमण के चलते 23 मार्च 2020 को जनता क्रफ्यू लगने से पूरा देश थम गया। लोग घरों में कैद होकर रह गए। कोरोना संक्रमण एक भयंकर महामारी थी जो कि मानव जाति में एक दूसरे को संक्रमित करते हुए विकराल रूप लेती जा रही थी।
ऐसी स्थिति में हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर को पहली चुनौती हरिद्वार की जनता को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बचाने की मिल गई। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए हरिद्वार की जनता की तमाम सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी शुरू की। जिलाधिकारी ने विभिन्न हेल्प लाइन के माध्यम से जनता की समस्याओं को सुना और दूर करने की दिशा में कार्य शुरू करा दिए। जिलाधिकारी इस कसौटी पर पूरी तरह से खरे उतरे। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना पूरी क्षमता जनता की सुरक्षा में झोंक दी। पीड़ितों को राशन,दवाईयां और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। जिलाधिकारी की कार्ययोजनाओं को सराहा गया।

डीएम की दूसरी चुनौती कोरोना संक्रमण के साथ—साथ हरिद्वार जनपद में विकास कार्यो को धरातल पर उतारने की रही। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने इस कार्य को भी बखूवी अंजाम दिया। उन्होंने अपना पूरा वक्त जनता की सेवा में समर्पित कर दिया। सुबह दस बजे से रात्रि 12 बजे तक विकास योजनाओं का खाका मस्तिष्क में रखना और अधिकारियों की जबाबदेही तय करनी। संबंधित विभाग की समीक्षा बैठक में विकास के एजेंडे पर कार्य करना। लापरवाह अधिकारियों को फटकारना, चेतावनी देना और फिर भी ना सुधरे तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाना। डीएम के नपे तुले शब्दों से अधिकारी खौफ खाने लगे। जिसका नतीजा ये रहा कि अधिकतम अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी कार्यशैली में सुधार किया।

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जनता को डेंगू के डंक से बचाया
जिलाधिकारी सी रविशंकर को तीसरी चुनौती डेंगू से मिली। जिलाधिकारी की कुशल कार्ययोजना के चलते स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम के कर्मचारियों ने युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया। डेंगू का लार्वा नष्ट करने के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया गया। जनता को डेंगू के डंक से निजात मिली। हरिद्वार में पहली बार डेंगू अअसर साबित हुआ। जिलाधिकारी की मुहिम के सार्थक परिणाम देखने को मिले और निजी अस्पतालों की कमाई भी बेहद कम रही।
डीएम ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बनाया सुदृढ़ 
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने प्रदेश सरकार की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में सार्थक भूमिका अदा की। प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत की अपेक्षा के अनुरूप कार्य करते हुए हरिद्वार जनपद से राजस्व वसूली में बेहतर कार्य किया। कोरोना संक्रमण अवधि में भी अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक आठ महीने में अवैध खनन से करीब एक करोड़ 35 लाख 44 हजार 875 रूपये का राजस्व जुटाकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में सहयोग किया।

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खनन माफियाओं पर कसा शिकंजा 
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने खनन माफियाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाकर रखा। जिलाधिकारी ने खनन संबंधी सभी सूचनाओं पर पारदर्शिता से कार्रवाई अमल में लाई गई। सभी सूचनाओं को क्रास चैक कराया। जिलाधिकारी की खूफिया टीम पूरी स​क्रिय रही।
ग्रामीण क्षेत्रों पर पूरा फोकस
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने शहरी क्षेत्रों में विकास कार्यो के साथ—साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो को प्राथमिकता दी। उन्होंने लालढांग क्षेत्र में दो बार भ्रमण कर ग्रामीणों की समस्याओंं को नजदीक से देखा और दूर करने की दिशा में कार्य किए। लालढांग क्षेत्र के तमाम ग्रामीणों की अधिकतम समस्याओं को दूर किया जा सका। लक्सर, भगवानपुर और रूड़की तहसील के गांवों में केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं को पहुंचाने में कारगर भूमिका अदा की।

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डीएम के रडार पर रहे भ्रष्टाचारी
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने साल 2020 में सबसे ज्यादा कार्रवाई विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर की। उन्होंने भ्रष्ट आचरण वाले कर्मचारियों को अपने रडार पर रखा। उनके खिलाफ जांच कराई। आरोपों की प्रमाणिकता मिलने पर विधिक कार्रवाई की संस्तुति की।
डीएम ने दिया ईमानदारी से कार्य करने का संदेश
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जनहित में यूं तो अनगिनत कार्य किए। गरीबों का आर्थिक सहयोग किया। गरीब बच्चों की स्कूल फीस तक जमा कराई। लेकिन डीएम का सबसे अनूठा कार्य एक—एक मिनट जनहित में उपयोग करने का किया। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने ईमानदारी से कार्य करने की मिशाल कायम की।
डीएम ने सोशल मीडिया का किया उपयोग
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता और मीडिया से नजदीकियां बनाकर रखी। जिसके चलते जिलाधिकारी का सूचना तंत्र मजबूत हुआ। तमाम सूचनाओं का आदान प्रदान हुआ। जिसके चलते भ्रष्टाचारियों की पोल खुली और पीड़ितों का न्याय मिलना संभव हो पाया।

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डीएम सी रविशंकर का परिचय
आईएएस सी रविशंकर की पारिवारिक पृष्ठभूमि सेवा और समर्पण से ओतप्रोत रही है। शिक्षिका मां के संस्कार और पिताजी से मिले सेवा और समर्पण की भावना सी रविशंकर को संवदेना से परिपूर्ण इंसान बनाने में सफल रही है। उनका साधारण व्यक्तित्व हमेशा न्याय प्रिय रहा है। सैनिक स्कूल में शिक्षिका ग्रहण करने के बाद एक सैनिक की भांति ही वह कुशल प्रशासक की भूमिका में खरे उतरते हैं। आईएएस में चयन होने के बाद उन्होंने अपने प्रशासनिक करियर की शुरूआत रानीखेत के एसडीएम के तौर पर की। जिसके बाद मुख्य विकास अधिकारी अल्मोडा और चमोली में कार्य का निवर्हन करते हुए अपनी काबिलियत को दर्शाया। साल—2013 से 2017 तक अतिरिक्त सचिव वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन के पदों पर कार्य करते हुए अपनी कार्यशैली की अमिट छाप छोड़ी। सी रविशंकर की विश्व बैंक की मद्द से चल रही जल आपूर्ति परियोजना आपदा प्रबंधन, पर्यटन की एडीबी परियोजना में परियोजना प्रबंधक के तौर पर कुशल भूमिका रही। सी रविशंकर उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ जनपदों के जिलाधिकारी रहते हुए जनता के बीच लोकप्रिय हुए। जिसके चलते हुए उनको राजधानी देहरादून के जिलाधिकारी के पद पर कार्य करने का अवसर मिला। फिलहाल वर्तमान में हरिद्वार जिलाधिकारी के तौर पर जनता के बीच काफी लोकप्रिय है।

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जिलाधिकारी सी रविशंकर की उपलब्धियां
आईएएस सी रविशंकर भारत, जापान द्यिपक्षीय समझौते में गए थे। जापान में भारत के प्रतिनिधित्व मंडल के हिस्सा रह चुके हैं। फेम इंडिया मैगजीन और सर्वे एजेंसी एशिया पोस्ट द्वारा शानदार गर्वनेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ठ सोच, जवाबदेही, कार्यशैली, अह्म फैसने लेने की क्षमता, व्यापार कुशलता, गंभीरता आदि के मापदंडों के सर्वे पर जिलाधिकारी सी रविशंकर प्रमुख स्थान पर रहे हैं।

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